उत्तराखण्ड
हल्द्वानी- इन विद्यालयों में नहीं पहुंची प्रयोगशाला सामग्री, पहले ही ठेकेदार को हो गया भुगतान, कमिश्नर दीपक रावत ने पकड़ा बड़ा घोटाला, बनाई जांच कमेटी
कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने आज जनसुुनवाई के दौरान अधिकतर जनसमस्याओं एवं शिकायतों को निस्तारित करते हुए शेष समस्याओं व शिकायतों को दूरभाष के माध्यम से सम्बन्धित अधिकारिंयो को प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र समाधान एवं निस्तारित करने के निर्देश दिए। आयुक्त दीपक रावत को शिकायत मिली थी कि इन्टर कालेजों में प्रयोगशाला हेतु जिला योजना से 10 विद्यालयों में जो उपकरण क्रय किये गये थे, वे उपकरण स्कूल में पहुचे नहीं थे और जिन विद्यालयों में उपकरण पहुचे उनकी गुणवत्ता भी निम्न स्तर की पाई गई।
आयुक्त ने बच्चों के भविष्य को ध्यान मेे रखते हुये चाफी एवं मौना इन्टर कॉलेजों में तत्काल चैकिंग करवाई गई, चैकिंग के दौरान पाया कि सामग्री इन्टर कालेजों में पहुची ही नही। आयुक्त ने टेण्डर प्रक्रिया में सम्मलित शिक्षा विभाग के प्रधान सहायक एवं लेखाकारों को तलब कर फाइलों का अवलोकन करने के पश्चात प्रथम दृष्टया पाया कि भुगतान स्कूलों में सामग्री पहुंचने से पहले ही कर दिया गया।
साथ ही प्राप्ति रसीद पर हस्ताक्षर एक ही दिनांक के पाये गये। टेण्डर प्रक्रिया में सम्मलित प्रधान सहायक के द्वारा संतोषजनक जवाब नही देने पर आयुक्त ने जांच हेतु कमेटी का गठन किया। उन्होंने बताया कि मुख्य विकास अधिकारी उधमसिंह नगर, मुख्य कोषाधिकारी एवं एडी शिक्षा को जाचं कमेटी हेतु नामित कर एक माह के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये है।आयुक्त ने कहा कि कमेटी की रिपोर्ट के उपरान्त ही सम्बन्धितों के खिलाफ कार्यवाही अमल में लाई जायेगी।