उत्तराखण्ड
हल्द्वानी के सुनियोजित विकास को लेकर कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने ली बैठक
अमृत उपयोजना में प्रस्तावित अमृत शहर हल्द्वानी-काठगोदाम के सुनियोजित विकास हेतु 151 वर्ग किलोमीटर में प्रस्तावित योजना की समीक्षा बैठक सर्किट हॉउस काठगोदाम में सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए मण्डलायुक्त दीपक रावत ने कहा कि वर्ष 2041 को ध्यान में रखते हुए शहर के सुनियोजित विकास के लिए योजना तैयार की जा रही है। इस महानगर योजना में गौलापार, बरेली रोड, रामपुर रोड का क्षेत्र शामिल है। इसका मुख्य उद्देश्य सुनियोजित विकास के माध्यम से शहर को बेहतर सड़क, परिवहन व्यवस्था, अस्पताल, आइएसबीटी आदि जैसी सुविधाओं से लैस करने के साथ ही जाम, पार्किंग जैसे अन्य समस्याओं से निजात दिलाना है। मण्डलायुक्त ने प्रस्तावित ड्राफ्ट प्लान की विभिन्न विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक लेते हुए निर्देश दिए कि समस्त विभागीय अधिकारी विभाग हेतु चिन्हित स्थल का स्थलीय निरीक्षण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि नियोजन विभाग द्वारा विभागों के लिए जो भूमि/ स्थल चिन्हित किया गया है वह जन उपयोगी व प्रासंगिक हो। उन्होंने कहा कि इस योजना से कुमाऊँ के मुख्य द्वार व व्यवसायिक केंद्र हल्द्वानी के ट्रैफिक मैनजमेंट हेतु इनर व आउटर रिंग रोड प्रस्तावित की जा रही है जिसका लोनिवि द्वारा स्थलीय निरीक्षण कर सत्यापन किया जाएगा। इसके साथ ही पर्यावरण दृष्टिकोण से हरित क्षेत्र का भी विकास किया जाएगा जिससे यहाँ के निवासियों को स्वच्छ वातावरण मिल सके। मण्डलायुक्त ने कहा कि विभागों के द्वारा चिन्हित भूमि के सत्यापन के बाद एक माह में योजना को प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में प्रस्तावित किया जाएगा। योजना के पारित होने का बाद जनसुनवाई कर आपत्तियों को निस्तारित कर शासन को प्रेषित किया जाएगा।इस महानगर योजना में नगर निगम के 60 वार्ड, 174 गाँव शामिल है। 174 गांव में हल्द्वानी तहसील के 128, लालकुआं के 44 व नैनीताल के 02 शामिल है। व्यावसायिक इस अवसर पर डीएफओ संदीप कुमार, मुख्य नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय, एसपी सिटी हरबंस सिंह, आरटीओ संदीप सैनी, महाप्रबंधक केएमवीएन एपी बाजपेई, सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, सह युक्त नियोजक हरिशंकर बिष्ट सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।