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देखते ही देखते धँस गई जमीन… यहाँ पूरे इलाके में बज रही ख़तरे की घण्टी…..
उत्तराखंड का सीमांत जिला पिथौरागढ़ एक बार फिर आपदा के दर्द से कराह रहा है। इसके सुबूत अब जमीन और दीवारों पर साफ नजर आ रहे हैं। मुनस्यारी के सैणराथी गांव में भारी बारिश के बाद गांव के ऊपरी हिस्से में जमीन फट गई। वहीँ जमीन दरकने से गिरगांव और भंडारीगांव के कई मकान खतरे की जद में आकर हिस्सों में तब्दील हो रहे हैं। जानकारी के मुताबिक जाकुला नदी से लेकर गांव तक जमीन धंसने से यहाँ के मकान धीरे-धीरे टूटकर कई हिस्सों में बंट रहे हैं। लेकिन राहत इस बात की है कि प्रभावित परिवारों को प्रशासन ने सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करा दिया है।
दरअसल गांव के एक बड़े हिस्से में जमीन पर बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई हैं। जानकारी के मुताबिक इन दरारों की चौड़ाई कुछ स्थानों पर 15 सेंटीमीटर से अधिक है। वहीँ जमीन दरकने से खतरे की जद में आए गिरगांव और भंडारीगांव में मकान टुकड़ों में तब्दील हो रहे हैं। ऐसे में इन घरों में रहना खतरनाक बना हुआ है। हालांकि प्रशासन लगातार इस पर नज़र बनाए हुए है और गाँव के लोगों को भी इससे दूर रखा गया है। लेकिन दरकती दीवारों के हिस्से अब गांव में आने वाली आफ़त को लेकर चेतावनी दे रहे हैं।
वहीं सैणराथी के खेता तोक में भी बीते कई दिनों से तेज़ बारिश के कारण यहाँ जामीन में 20 से 50 मीटर लम्बी और 15 सेंटीमीटर चौड़ी दरारे पड़ गयी हैं। वहीं जानकारी के मुताबिक आपदा प्रभावित गाँवों में राजस्व टीम को भेजा गया है। साथ ही अब क्षेत्र का जल्द ही भूभागीय सर्वेक्षण भी कराया जाएगा। लेकिन फ़िलहाल गाँव से सभी को दूर रहने की चेतावनी दी गई है।