उत्तराखण्ड
हल्द्वानी : मैक्स हॉस्पिटल पटपड़गंज के न्यूरो विभाग द्वारा की गई सफल सर्जरी…
हल्द्वानी : मैक्स हॉस्पिटल पटपड़गंज (नई दिल्ली) के डॉक्टरों ने हल्द्वानी के 57 वर्षीय मरीज को नया जीवन दिया है. मरीज रमेश चंद्र भट्ट के ब्रेन में बड़ा क्लॉट हो गया था, जो खून पतला करने के दी दवा के चलते और बढ़ गया था.
मरीज को जब अस्पताल में भर्ती किया गया, तब उनकी हालत काफी नाजुक थी. आधी रात को ही न्यूरोसर्जन विभाग में लाइफ सेविंग सर्जरी डीकंप्रेसिव क्रैनिएक्टोमी की गई. सर्जरी के बाद मरीज को आईसीयू में शिफ्ट किया गया और फिर हालत सुधरने पर अच्छी कंडीशन में डिस्चार्ज कर दिया गया. इसके साथ ही 2023 में उनकी क्रेनियोप्लास्टी की गई.
मरीज रमेश भट्ट के अस्पताल पहुंचने पर न्यूरोसर्जरी टीम ने उनकी कंडीशन को अच्छे से जांचा. मैक्स हॉस्पिटल पटपड़गंज में न्यूरोसर्जरी व स्पाइन के सीनियर डायरेक्टर डॉक्टर आशीष गुप्ता के नेतृत्व में मरीज को देखा गया. इस दौरान न्यूरोसर्जरी व स्पाइन विभाग के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर मनीष गर्ग भी रहे. मरीज की गहन क्लिनिकल, न्यूरोलॉजिकल और रेडियोलॉजिकल जांच-पड़ताल की गई, सिर का एनसीसीटी स्कैन भी किया गया जिसमें एक बड़े क्लॉट का पता चला.
मैक्स हॉस्पिटल पटपड़गंज में न्यूरोसर्जरी व स्पाइन के सीनियर डायरेक्टर डॉक्टर आशीष गुप्ता ने बताया, ”मरीज की स्थिति की गंभीरता को देखते हुए न्यूरोसर्जरी टीम ने तत्काल सर्जरी की. ऑपरेशन के बाद मरीज की रिकवरी को मेडिकल टीम ने बहुत ही बारीकी से मॉनिटर किया. इस दौरान मरीज की स्थिति स्थिर रही, और कोई कॉम्प्लिकेशन नहीं था.”
मैक्स हॉस्पिटल पटपड़गंज में न्यूरोसर्जरी व स्पाइन विभाग के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर मनीष गर्ग ने कहा, ”सफल सर्जरी के बाद मरीज की बहुत ही शानदार रिकवरी हुई, उनकी स्थिति स्टेबल रही और उनके महत्वपूर्ण अंग भी नॉर्मल रहे. एक व्यापक केयर प्लान के साथ मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया जिसमें दवाई और फॉलोअप कंसल्टेशन के भी कहा गया. स्थानीय फिजिशियन की मॉनिटरिंग में मरीज की रिकवरी जारी रहेगी और लगातार उनके ब्लड प्रेशर की निगरानी की जाएगी और लक्षणों पर कंट्रोल के लिए डाइट प्लान दिया गया. उन्हें ज्यादा मेहनत वाले काम करने से मना किया गया और दवाओं के साथ-साथ नॉर्मल डाइट लेने को कहा गया.”
मैक्स हॉस्पिटल पटपड़गंज दिल्ली एनसीआर का एक नामचीन अस्पताल है जो अपनी शानदार सुविधाओं और स्किल्ड डॉक्टरों की टीम के लिए जाना जाता है. अस्पताल में ऐसी सुविधाएं हैं कि मुश्किल से मुश्किल मामले में भी यहां सर्जरी की जा सकती है और मरीजों को वर्ल्ड क्लास इलाज मुहैया कराया जाता है।