इलेक्शन 2022
यशपाल जी और संजीव ने काटा है वनवास, दोनों के आने से कांग्रेस होगी मजबूत : ब्ल्यूटिया
उत्तराखंड के कद्दावर नेता यशपाल आर्य और उनके पुत्र संजीव आर्य के दिल्ली में कांग्रेस पार्टी की सदस्यता लिए जाने के बाद पूरे उत्तराखंड में कांग्रेस पार्टी के अंदर खुशी की लहर दौड़ गई है। कांग्रेस पार्टी एक बार फिर से अब मजबूत होती हुई दिख रही है, ऐसे में हल्द्वानी में भी यशपाल आर्य और संजीव आर्य के कांग्रेस में शामिल होने पर कार्यकर्ताओं में खासा उत्साह देखने को मिला।
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता एवं कुमाऊं मीडिया प्रभारी दीपक ब्ल्युटिया के कैंप कार्यालय में सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी कर एक दूसरे को मिठाई खिलाई, इस दौरान कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता दीपक ब्ल्युटिया, यशपाल आर्य संजीव आर्य, हरीश रावत समेत पार्टी के आला नेताओं की समर्थन में जमकर नारेबाजी की गई। कांग्रेस प्रवक्ता दीपक ब्ल्युटिया ने कहा की यशपाल आर्य ने कांग्रेस पार्टी की पिछले 40 सालों से सेवा की है।
किन्ही परिस्थितियों के चलते उन्हें कांग्रेस छोड़कर भाजपा में जाना पड़ा लेकिन भाजपा के अंदर वह कभी भी खुश नजर नहीं आए, ऐसे में आज उन्होंने घर वापसी करते हुए कांग्रेस की सदस्यता ली है, जिस प्रकार से प्रभु श्री राम वनवास काटकर अयोध्या वापस आए थे, ठीक उसी प्रकार से यशपाल आर्य वनवास काटकर कांग्रेस पार्टी में वापस आ गए हैं और उनके आने से पूरे उत्तराखंड में कांग्रेस पार्टी को मजबूती मिली है, कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार से पूरी जनता उफ चुकी है।
ऐसे में यशपाल आर्य उनके पुत्र संजीव आर्य के कांग्रेस में शामिल होने से कांग्रेस पार्टी और आक्रामक हो चुकी है। 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है और जो पिछले 5 सालों में विकास का पहिया थम गया था, अब उसको गति देने का समय आ चुका है, यशपाल आर्य हमेशा से विकास परक सोच रखने वाले नेता रहे हैं। पंक्ति के आखिरी छोर तक विकास पहुंचाना यशपाल आर्य का हमेशा से उद्देश्य रहा है।
ऐसे में कांग्रेस पार्टी ही एकमात्र ऐसी पार्टी थी जहां पर वह प्रदेश के विकास के लिए कुछ काम कर सकते थे और आज उन्होंने कांग्रेस में अपनी आस्था दोबारा से दिखाते हुए कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली है, जिससे पूरे उत्तराखंड में एक अलग सा वातावरण बन गया है। कार्यकर्ताओं में उत्साह और उमंग भर गया है, जिसका फायदा 2022 के विधानसभा चुनाव में जरूर मिलेगा।