उत्तराखण्ड
लापरवाह अधिकारियों व सुस्त नेताओ के भेंट चढ़ा यह पुल… निरीक्षण, निर्देश और छपास में उलझे नेता जी…
राजनेता इन दिनो वास्तविक काम यानी जन सेवा छोड़ अपनी ब्रांडिंग करवाने में ज्यादा व्यस्त रहतें हैं। कुछ ऐसा ही हल्द्वानी के रानीबाग पुल के बगल में नए पुल निर्माण के चलते आवाजाही पूरी तरह बन्द हो चुकी है। छोटे वाहनों को पुराने पुल से जिलाधिकारी द्वारा आने-जाने की अनुमति दी गई थी।
लगातार हो रही बारिश के चलते पुराने पुल के पुस्ते का हिस्सा नदी में समा गया, जिस कारण पूरी सड़क तास के पत्तो की तरह ढह गई है, यातायात को उसी समय से रोक दिया गया है। पुल पर आवाजाही रुकने से कुमाऊँ के पांच जिलों में आवागमन प्रभावित हुआ है।
पुल क्षतिग्रत होने की वजह बगल में बन रहे पुल को बताया गया है, क्योंकि उसके निर्माण के लिए खुदाई की गई, बारिश ने उसको बहा दिया, जिस कारण पुल के एक पुस्ते का हिस्सा ही नदी में समा गया है। पुल निर्माण में हो रही ढिलाई भी इसकी अहम भूमिका है।
पिछले नौ महीने से निर्माणाधीन संस्था पुल के पीलर तक नहीं बना पाई है। राज्य के मंत्रियों व क्षेत्रीय विधायकों समेत नैनीताल सांसद द्वारा निर्माणाधीन पुल का निरीक्षण किया गया, निरीक्षण करने के बाद निर्देश दिए गए और समाचार पत्रों व न्यूज़ चैंनलों में जमकर प्रचारित व प्रसारित हुए, उसके बाद भी सम्बंधित अधिकारियों के काम में जू तक नहीं रेंगी।
काम सुस्ती के साथ चल ही रहा था, उसी बीच बारिश ने ऐसा तांडव मचाया कि पुराने पुल की रिटेनिंग दीवार को क्षतिग्रत कर डाला। अब नेताओ समेत प्रशासन भी मौका मुयाना करने पहुच गए, पुल के पास पहुंच कर भीमताल विधायक द्वारा अपने ही कार्यकर्ता द्वारा अधिकारियों की डांठ लगाने वाला वीडियो वायरल किया गया।
वही नैनीताल सांसद व केंद्रीय राज्य मंत्री अजय भट्ट द्वारा प्रेस-नोट जारी करते हुए बताया कि उनके द्वारा जिलाधिकारी व सम्बंधित विभाग के अधिकारी को निर्देश दिए गए है कि नए पुल में तेजी लाने की बात गई है।
जन समस्या छोड़ अपनी ब्रांडिंग में जुटे नेता महोदय द्वारा सिर्फ भाषण देते समय ही जनहित की बातें की जाती है, धरातल पर हकीकत कोसो दूर है। समय से जिलाधिकारी महोदय द्वारा सख्त कदम उठाए गए होते, तो आज रानीबाग पुल की रिटेनिंग दीवार क्षतिग्रत नहीं होती।