उत्तराखण्ड
हल्द्वानी- संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल हो अपनी कुमाऊंनी बोली
हल्द्वानी – कुमाऊंनी बोली को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करवाने को लेकर चोरगलिया में आपुण बोली, आपुण पछयांण विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। हरदत्त बेलवाल सरस्वती शिशु/विद्या मंदिर में आयोजित गोष्ठी की अध्यक्षता हरेंद्र बिष्ट, उप प्रधानाचार्य हरदत्त सरस्वती शिशु/विद्या मंदिर ने और संचालन गोष्ठी संयोजिका नमिता सुयाल ने किया। गोष्ठी की शुरूआत सरस्वती शिशु/विद्या मंदिर के बच्चों ने सरस्वती वंदना गायन कर किया। गोष्ठी में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और सरस्वती शिशु मंदिर के बच्चे पहुंचे।
हरेंद्र बिष्ट ने कहा कि कुमाऊंनी बोली को आठवीं अनुसूची में शामिल करवाना जरूरी है। अगर यह बोली आठवीं अनुसूची में शामिल हो जाती है तो इसे कक्षा एक से कक्षा आठ तक की कक्षाओं में शामिल किया जायेगा। पीएसएमएस इंटर कॉलेज कुंवरपुर के प्रधानाचार्य पंकज बेलवाल ने कहा कि आज बच्चों को कुमाऊंनी बोली के बारे में जागरूक करना बहुत जरूरी हो गया है। इसके लिए हम सबको आगे आना होगा यदि कुमाऊंनी बोली आठवीं अनुसूची में शामिल होती है तो इससे फिर रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। इसलिए हम सबको एक होकर काम करना होगा। सामाजिक कार्यकर्ता हेमंत बगड़वाल ने कहा कि नमिता सुयाल द्वारा चलाई गई मुहिम को लोगों का साथ मिल रहा है। कुमाऊंनी बोली को आठवीं अनुसूची में शामिल करवाना हम सबका लक्ष्य है। इसके साथ ही हमें अपने घरों में बच्चों के साथ कुमाऊंनी में बोलचाल शुरू करनी होगी ताकि आने वाली पीढ़ी इस बोली से अपरिचित न रहे।
एडवोकेट मनोज सिंह ने कहा कि नमिता सुयाल द्वारा चलाई गई यह मुहिम कुमाऊंनी बोली को आठवीं अनुसूची में शामिल करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। हम सबको नमिता का साथ देना जरूरी है। नमिता सुयाल ने कहा कि अब जो जनगणना होगी उसमें हम सभी को प्रमुखता के साथ कुमाऊंनी भाषा के कॉलम को भरना है, ताकि सरकार इस बारे में आगे की कार्यवाही शुरू कर सके। इस मौके पर योग शिक्षिका जया जोशी, पूर्व शिक्षिका हेमा हर्बोला, हेरिटेज स्कूल की प्रबंधन, उर्मिला थुवाल, किसान मोर्चा मंडल महामंत्री सरिता भट्ट, गरिमा मटियाली, तनुजा बेलवाल, आदित्य प्रकाश पंत, शिक्षिका बबीता आर्या, चम्पा मटियाली, पूजा पोखरिया आदि मौजूद रहे।