इलेक्शन 2022
बलूनी के दाव पर भारी पड़े हरदा, कांग्रेस में यशपाल की वापसी के बाद गुमसुम भाजपा।
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव 2022 से ठीक पहले भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस में चुनावी घमासान चरम पर पहुंच गया है। अब तक पुरोला से कांग्रेस के विधायक राजकुमार, निर्दलीय विधायक प्रीतम पवार और राम सिंह कैड़ा को भाजपा की सदस्यता दिलाने वाले भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल बलूनी पर हरीश रावत ‘हरदा’ का एक ही मास्टर स्ट्रोक भारी पड़ गया है।
अनिल बलूनी द्वारा तीन विधायकों को शामिल करने के बाद हरीश रावत ने सियासी अनुभव से ऐसी चाल चली कि भाजपा को बड़ी पटखनी दे डाली। भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे यशपाल आर्य और नैनीताल से विधायक उनके बेटे संजीव आर्य को हरदा की एप्रोच के बाद ही वापसी की राह दिखी, सोमवार को दिल्ली एआईसीसी से आई तस्वीरें और हरीश रावत के घर पर यशपाल आर्य और संजीव आर्य का स्वागत हुआ।
इस बात को बताने को काफी है कि हरदा ने किस तरह यह मास्टर स्टॉक चला होगा। फिलहाल विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने में अभी तीन महीनों का समय भले ही बाकी हो, लेकिन हरीश रावत द्वारा अनिल बलूनी को पटखनि दिए जाने के बाद हरीश रावत का पलड़ा पूरी तरह से भारी दिखाई दे रहा है।
यशपाल आर्य के कांग्रेस में आने के साथ ही अन्य लोगों की वापसी के भी राह आसान नजर आ रही है। अगले कुछ दिनों में यह सियासी संग्राम और चरम पर पहुंचेगा, फिलहाल अब तक बलूनी की स्ट्रैटेजी पर हरदा भारी पड़ते दिखाई दे रहे हैं।