इलेक्शन 2022
‘हरदा’ के बाद अब दलित वोट की राजनीति में उलझे सीएम धामी, दलित कार्यकर्ता के घर किया भोजन।
हल्द्वानी पहुंचे राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य स्थापना दिवस के कार्यक्रम में शिरकत की, जहाँ उनके द्वारा आंदोलनकारियों को सम्मानित किया गया। वही आपदा में शानदार काम करने वाले पुलिस एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और सेना के लोगों को सम्मानित करने का काम किया, कार्यक्रम के उपरांत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने पार्टी के दलित कार्यकर्ता के आवास पर भोजन किया, नंद किशोर आर्य के राजपुरा स्थित आवास में दोपहर का भोजन किया, इस दौरान उनके साथ भीमताल विधायक राम सिंह कैड़ा, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट, वरिष्ठ भाजपा नेता अनिल कपूर डब्बू, शंकर कोरंगा आदि लोग मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दलित कार्यकर्ता नंदकिशोर राजपुरा के आवास पर लौकी की सब्जी, रोटी, चावल और मीठी में खीर का स्वाद लिया, उत्तराखंड में जल्द ही विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने वाली है, उससे पहले सीएम पुष्कर सिंह धामी ने दलित पॉलिटिक्स करने की कोशिश करते नज़र आये, क्योंकि लंबे समय से दलित समाज का एक वर्ग भाजपा से नाराज है।
वहीं पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं उत्तराखंड की राजनीति के सबसे बड़े दलित नेता यशपाल आर्य के भाजपा छोड़कर कांग्रेस में जाने से भाजपा को दलित वोट बैंक सेंधमारी का डर सता रहा है, पुष्कर सिंह धामी ने अपने दलित कार्यकर्ता के आवास पर भोजन कर दलित समाज के बीच पार्टी की साख को मजबूत करने का काम किया, क्योंकि इससे पहले उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने राज्य का मुख्यमंत्री एक दलित हो इस तरह का बयान भी दिया है। जिसके बाद से दलित राजनीति उत्तराखंड में तेजी से एक्टिव हो गई है और आज पुष्कर सिंह धामी का पार्टी के दलित कार्यकर्ता के घर भोजन करना भी दलित राजनीति का एक हिस्सा है।