इलेक्शन 2022
सत्ता के नशे में चूर भाजपा का यह विधायक, आख़िर क्यों बूथ अध्यक्ष ने खोला विधायक के खिलाफ मोर्चा, कर डाला यह काम।

उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही सत्ताधारी दल भाजपा के विधायकों का विरोध शुरू हो गया है। मंत्री, विधायक और कार्यकर्ताओं में आपस में ही जबरदस्त अंतर्कलह पनप रहा है। जिसकी आए दिन बानगी देखने को मिल रही है। ऐसा ही एक ताजा मामला लालकुआं के विधायक नवीन दुम्का से जुड़ा है।
लालकुआं विधायक नवीन दुम्का के विरोध में स्थानीय ग्रामीण समेत उनके ही कार्यकर्ता उतर आए हैं। लालकुआं क्षेत्र के जयपुर बीसा गांव के ग्रामीणों ने लालकुआं विधायक नवीन दुम्का पर इन चार सालों में प्रगति व विकास कार्यों की उपेक्षा का आरोप लगाया है। साथ ही उनके कार्यर्ताओं ने यह कह कहते हुए पार्टी छोड़ दी है कि यदि किसी भी समस्या को लेकर विधायक जी के पास जाओ तो वह उसे गंभीरता से सुनने के बजाय उल्टा हेकड़ी दिखाते हैं।
भारतीय जनता पार्टी छोड़ने वाले जयपुर बीसा के बूथ अध्यक्ष चंदन मनराल के साथ गांव के 150 सौ से अधिक लोग हैं, जिन्होंने लालकुआं विधायक नवीन दुम्का के खिलाफ आवाज बुलंद करना शुरू कर दिया है। कई सदस्यों ने तो कांग्रेस की सदस्यता भी ले ली है। भाजपा के पूर्व बूथ अध्यक्ष चंदन मनराल का कहना है कि उनके और उनके गांव के लोगों द्वारा सड़क, सोलर लाइट, के साथ ही जंगली जानवरों से सुरक्षा को लेकर लालकुआं विधायक से गुहार लगाई गई थी, लेकिन विधायक नवीन ने सिर्फ धमकाने का ही काम किया।
150 सौ से अधिक ग्रामीणों ने भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा देते हुए पूर्व मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल के नेतृत्व में कांग्रेस की सदस्यता ले ली है। भाजपा में इस तरह के बज रहे बगावती बिगुल ने राज्य सरकार के माथे पर भी बल डाल दिया हैं, इसी तरह चलता रहा तो पार्टी के अंदर चल रहे मतभेदों का नतीजा भाजपा को आने वाले चुनाव में उठाना पड़ेगा। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि विधायक नवीन दुम्का द्वारा अपने कार्यकाल में विकास के नाम पर लालकुआं विधानसभा में एक नई ईंट तक नहीं लगाई गई है।







