उत्तराखण्ड
विवादित आईएएस को कुमाऊँ की कमान देने के बाद पुष्कर सरकार पर खड़े हुए कई सवाल…
प्रदेश की पुष्कर सरकार अब विवादित आईएएस को कुमाऊ की कमान देने के बाद चर्चाओं में आ गई है। त्रिवेंद्र सरकार में प्रमोटी आईएएस सुशील कुमार को पुष्कर सरकार ने कुमाऊं कमिश्नर के साथ-साथ प्रशासनिक अकादमी नैनीताल का अध्यक्ष बनाया गया है।
अपनी अधिकारी होने की हनक के लिए यह त्रिवेंद्र सरकार में खासे चर्चित रहे थे, जिला अधिकारी पौड़ी से विदाई के बाद इन्हें खाद्य आयुक्त, सचिव राजस्व परिषद, आबकारी आयुक्त जैसे तीन अहम विभाग मिले थे।
आईएएस सुशील कुमार विवादों को लेकर काफी चर्चाओं में भी आए, बिजनौर निवासी एक महिला ने इन महोदय पर शादी कर स्वीकार न करने का आरोप लगाया था। वह मामला राष्ट्रीय महिला आयोग तक गया, डीएम पौड़ी रहते हुए सुशील कुमार के समय में शराब ठेकों का पैसा जमा नहीं हुआ था।
इस मामले में जिलाधिकारी पौड़ी रहे धीरज गर्ब्याल ने शासन को इस पूरे मामले का की जानकारी दी, जिसके बाद मामले में तत्कालीन डीईओ पौड़ी प्रभा शंकर मिश्र को नोटिस भी जारी हुआ था। उस समय प्रमुख सचिव आपकारी आनंद वर्धन थे, वह मौजूदा समय में अपर सचिव मुख्यमंत्री भी हैं।
शासन के साथ ही नहीं अफसरों की लॉबी में यह तैनाती किसी के समझ नहीं आ रही है। तीन दिनों से रिक्त चल रहे कुमाऊं कमिश्नर के पद पर लगाए जा रहे कयास भी खत्म हो गए हैं। पुष्कर सरकार में पोस्टिंग पर अब कई सवाल सीधे तौर पर खड़े होने लगे हैं।