उत्तराखण्ड
अगर आप टाइगर सफारी के शौकीन हैं, तो हो जाईये तैयार… उत्तराखण्ड में शुरू होने जा रही है टाइगर सफारी।
कॉर्बेट नेशनल पार्क से सटे तराई पश्चिम वन प्रभाग में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने के लिए वन विभाग द्वारा अहम योजना पर काम किया जा रहा है। जंगल से रेस्क्यू कर बाड़ों में वन्यजीवों को रखा जाएगा, वनाधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि जसपुर से पतरामपुर बनने वाली टाइगर सफारी के लिए बाघ, गुलदार समेत तमाम वन्यजीवों को जंगल से ही रेस्क्यू कर विभाग द्वारा बनाए गए बाड़ों में पर्यटन की दृष्टि से रखा जाएगा।
साथ ही वन्यजीवों पर नजर रखने के लिए विभाग द्वारा एक स्पेशल टीम का भी गठन किया जाएगा। सीएफओ बलवंत साही ने बताया कि विदेशों की तर्ज पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए, वन विभाग द्वारा यह कार्य किया जा रहा है। टाइगर सफारी को विशेष तौर पर आकर्षक बनाया जाएगा, जिस वाहन में पर्यटक टाइगर सफारी के लिए जाएंगे, वह पूरी तरह जाल युक्त होगा। जिसमें पर्यटक आराम से बैठकर वन्यजीवों का दीदार करेंगे। जसपुर में बनने वाले टाइगर सफारी को आकर्षक बनाने के लिए उसका क्षेत्रफल काफी बड़ा होगा।
जसपुर से पतरामपुर क्षेत्र में लगभग 123.75 हेक्टेयर भूमि पर टाइगर सफारी बनाने व पर्यटक उनको आकर्षित करने के लिए निर्णय लिया गया है। टाइगर सफारी के क्षेत्र में 20 बाड़े टाइगर यानी बाघ, 20 बाड़े गुलदार, 30 बाड़े हिरनों के लिए बनाने का प्रस्ताव है। साथ ही एक हेक्टेयर में कॉर्बेट में पाए जाने वाले विभिन्न प्रजाति के सांपों को रखने की व्यवस्था भी की जाएगी। आपको बता दें उत्तराखंड की यह पहली टाइगर सफारी होगी, वन विभाग द्वारा जंगल पर्यटन गतिविधियों की दिशा में यह एक बेहतर कार्य साबित होगा।