उत्तराखण्ड
हल्द्वानी- राज्य सहकारी बैंक के अधिकारियों पर लगाया वही के कर्मचारी ने उत्पीड़न का आरोप, लिखा डाला एमडी को यह पत्र
Haldwani news उत्तराखंड राज्य सहकारी बैंक के एक कर्मचारी ने अपने बैंक स्टाफ पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए प्रबंध निदेशक राज्य सहकारी बैंक को पत्र लिखकर अपनी व्यथा सुनाई है। जिसमें उसने साफ तौर पर कहा है की बैंक के उच्च पद पर तैनात अधिकारी उसे बेवजह परेशान करने के साथ-साथ उसके साथ जातीय भेदभाव के अलावा मानसिक उत्पीड़न किया जाता है। राज्य सहकारी बैंक काशीपुर, उधम सिंह नगर में तैनात कर्मचारी ईशपाल सिंह ने राज्य सहकारी बैंक के प्रबंध निदेशक हल्द्वानी को अपना शिकायती पत्र कुछ इस तरह लिखा है।
निवेदन इस प्रकार है कि प्रार्थी मो० कविनगर तह० काशीपुर, जिला उधम सिंह नगर में किराये के मकान में निवासी कर रहा है और उत्तराखण्ड राज्य सहकारी बैंक की शाखा काशीपुर में सहयोगी के पद पर कार्यरत है। पिछले वर्ष से काशीपुर की शाखा में कार्यरत महेन्द्र सिंह भण्डारी (सहायक), हेमा मवाड़ी (सहायक), शाखा प्रबन्धक समीर भटनागर, छोटी-छोटी बातों पर मेरा मानसिक उत्पीड़न करते हैं और महेन्द्र सिंह भण्डारी (सहायक) द्वारा मुझे जातिसूचक शब्द बोलकर मेरा अपमान करते हैं और उक्त लोग स्वयं जनरेटर बन्द करो मुझे अपमानित करते हैं और स्वयं फाईल छिपाकर मुझसे तलाशने को बोलते हैं तथा पानी की मोटर स्वंय खोल देते हैं। और बाद में मुझे फंसाते हैं और अपमानित करते हैं। यह सब लोग आपस मिले हुये हैं और जानबूझकर मुझे तंग व परेशान करते हैं। प्रार्थी शाखा में सबसे उम्रदार कर्मचारी हैं। किन्तु उक्त लोग कोई ना कोई बात को लेकर आय-दिन मुझे प्रताड़ित करते हैं. कुछ दिन पहले शाखा प्रबन्धक द्वारा सफाई कर्मचारी रवि को जनरेटर से तेल चोरी करते पकड़ लिया और गोविन्द सिंह मैनेजर को कुछ ना कह कर मुझसे बोला कि यह शिकायत तूने की होगी और इन लोगों ने रवि को पैसे देकर शराब पिलाकर मुझे मारने-पीटने और जान से मारने के लिये भेजा ।। पिछले 2 वर्षो से प्रार्थी शाखा में चाय बनाकर पिलाता चला आ रहा है किन्तु महेन्द्र भण्डारी ने मुझसे कहा कि तू एस०सी० जाति से है और हम ठाकुर हैं तेरे हाथ की चाय नहीं पीयिगें और उक्त समस्त लोगों ने अपनी-अपनी पंचाय व चाय पीने के लिये कप घर से लाकर रख दिये हैं और शाखा प्रबन्धक द्वारा मुझे धमकी दी जाती है कि. मुझे प्रबन्ध निदेशक व अध्यक्ष द्वारा सस्पेंड करने की अथोरिटी दी गयी है कि सस्पेंड तूम कर देना काउण्टर हस्ताक्षर हम कर देगें।
मेरी पत्नी के 2 ऑपरेशन हो चुके हैं जिसमें शाखा प्रबन्धक द्वारा मुझे समय से कभी घर नहीं भेजा। जिस कारण प्रार्थी अपनी पत्नी का सुचारू रूप से ईलाज नहीं करवा पाया प्रार्थी उक्त लोगों की प्रताड़ना से बहुत दुखी हैं और क्षुब्ध होकर आपको यह शिकायती प्रार्थना लिख रहा है। यदि उक्त लोगों को यहीं नहीं रोका तो ये सब मिलकर मुझे इतना प्रताडित कर सकते हैं कि मैं अपनी जीवनलीला समाप्त कर लूंगा। यदि भविष्य में ऐसा कुछ होता है तो उसकी पूर्ण जिम्मेदारी महेन्द्र सिंह भण्डारी (सहायक), हेमा मवाडी (सहायक), शाखा प्रबन्धक समीर भटनागर की होगी। अतः आपसे निवेदन है कि प्रार्थी के प्रार्थना पत्र को अपने स्तर से जाँच करवाकर उचित कानूनी कार्यवाही करने की कृपा करें। ताकि प्रार्थी को न्याय मिल सके।
आपको बता दें यह पत्र राज्य सहकारी बैंक काशीपुर में तैनात कर्मचारी ईशपाल सिंह ने शिकायती पत्र बैंक के प्रबंध निदेशक हल्द्वानी को लिखा गया है, जिसमें टॉप की ख़बर द्वारा कोई भी छेड़ छाड़ नहीं की गई है।
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