उत्तराखण्ड
हल्द्वानी: हरीश रावत की ‘काफल पार्टी’ में दिखी कांग्रेस की एकजुटता, पहाड़ी उत्पादों को पहचान दिलाने की अपील
हल्द्वानी: उत्तराखंड की राजनीति में अपनी सादगी और लोकसंस्कृति से जुड़ाव के लिए पहचाने जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने हल्द्वानी में ‘काफल पार्टी’ का आयोजन किया। पहाड़ी स्वाद और सामाजिक संवाद से सजी इस अनोखी पार्टी में कांग्रेस के कई दिग्गज नेता शामिल हुए।
इस आयोजन में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल, अल्मोड़ा विधायक मनोज तिवारी सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी ने राजनीतिक हलकों में हलचल पैदा कर दी। कांग्रेस के बड़े चेहरे एक मंच पर साथ दिखाई दिए, जिससे पार्टी के भीतर एकजुटता का संदेश गया। कार्यक्रम के दौरान सभी नेताओं ने पहाड़ी फल काफल का आनंद लिया। यह आयोजन सिर्फ काफल पार्टी नहीं था, बल्कि इसके पीछे एक बड़ा संदेश छिपा था। वहीं हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड के पारंपरिक और जैविक उत्पादों को राष्ट्रीय पहचान दिलाना जरूरी है। हरीश रावत ने कहा कि “काफल केवल एक फल नहीं, बल्कि पहाड़ की आत्मा है। मेरी कोशिश है कि ऐसे स्थानीय उत्पादों को देशभर में मान्यता मिले” उन्होंने अपील की कि सरकार और समाज मिलकर पहाड़ी कृषि उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराएं ताकि यहां के किसानों और उत्पादकों को लाभ मिल सके। इस आयोजन के जरिए हरीश रावत ने न सिर्फ पहाड़ी संस्कृति को सम्मान दिया, बल्कि कांग्रेस में सामूहिकता और समरसता का भी संकेत देने की कोशिश की।









