उत्तराखण्ड
हल्द्वानी: कमिश्नर दीपक रावत ने सुनी जनसमस्याएं, पेंशन से लेकर लैंड फ्रॉड तक की शिकायतों का हुआ समाधान, जर्जर स्कूलों को लेकर सभी जिलाधिकारियों को दिए निर्देश
हल्द्वानी: कुमाऊं कमिश्नर एवं मुख्यमंत्री के सचिव दीपक रावत ने शनिवार को हल्द्वानी के कैंप कार्यालय में जनसमस्याओं के निस्तारण हेतु जनता दरबार लगाया। इस दौरान बड़ी संख्या में फरियादी अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे, जिन्हें कमिश्नर ने गंभीरता से सुना और संबंधित विभागों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए।
जनता दरबार में पानी, बिजली, सड़क और लैंड फ्रॉड से संबंधित कई मामले सामने आए। एक बुजुर्ग महिला ने अपनी विदेश से आने वाली पेंशन की देरी को लेकर शिकायत की, जिस पर दीपक रावत ने तत्काल डाक विभाग के अधिकारियों को समन्वय कर समस्या के शीघ्र समाधान के निर्देश दिए। इसके अलावा, एक पारिवारिक विवाद जिसमें वित्तीय लेन-देन शामिल था, उस पर भी कमिश्नर ने ध्यान दिया।
जर्जर स्कूल भवनों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश
इस बीच, राजस्थान में एक स्कूल की छत गिरने से हुई बच्चों की दर्दनाक मौत की घटना को गंभीरता से लेते हुए कमिश्नर दीपक रावत ने मंडल के सभी जिलाधिकारियों और शिक्षा अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में कोई भी स्कूल जर्जर भवन में संचालित न हो। यदि किसी विद्यालय का भवन असुरक्षित है, तो उसकी कक्षाएं वैकल्पिक स्थानों पर संचालित की जाएं।
कमिश्नर ने कहा कि आपदा प्रबंधन से संबंधित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठकों में वे लगातार इस विषय को प्रमुखता से उठाते रहे हैं। अब उन्होंने पुनः सभी डीएम और शिक्षा विभाग को निर्देशित किया है कि बच्चों की सुरक्षा के दृष्टिगत इस आदेश का सख्ती से पालन हो। दीपक रावत ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम में हर शनिवार को जनता दरबार का आयोजन किया जा रहा है, ताकि आम जनमानस की समस्याओं का त्वरित समाधान हो सके।





