इलेक्शन 2022
यहां भाजपा विधायक का हुआ विरोध, ग्रामीणों और विधायक के बीच जमकर हुई नोकझोक (वीडियो)
रुद्रप्रयाग जिले के हरियाली खेल महोत्सव में भाजपा विधायक रुद्रप्रयाग को ग्रामीणों के गुस्से का सामना करना पड़ा। ग्रामीण जब विधायक के पास मोटरमार्ग निर्माण की मांग को लेकर गये तो विधायक जी भड़क गये और इस दौरान ग्रामीणों और विधायक के बीच बोलचाल काफी बढ़ गयी, जिससे नाराज ग्रामीणों ने महोत्सव में लगे विधायक के सभी फोस्टर फाड़ डाले। इस दौरान ग्रामीणों ने विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
वहीं घटना के बाद से मामले में विपक्ष भी चुटकी ले रहा है। उनका कहना है कि जनता के साथ अभद्रता को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर भी काफी वायरल हो रहा है। बता दें कि रानीगढ़ पट्टी के नव युवक मंगल दल जसोली की ओर से हरियाली खेल महोत्सव का आयोजन किया गया, जिसका शुभारंभ करने विधायक भरत सिंह चौधरी पहुंचे।
लेकिन इस दौरान ग्वाड़ के ग्रामीणों का एक शिष्टमंडल पूर्व प्रधान रतन सिंह के नेतृत्व में जीआईसी-चमकोट सड़क निर्माण को लेकर विधायक के पास पहुंचा। अचानक से पूर्व प्रधान और विधायक के बीच गहमागहमी बढ़ गई। बताया जा रहा है कि विधायक ने पूर्व प्रधान को जेल में डालने तक की धमकी दे डाली, जबकि उन्होंने यह भी कहा कि इस सड़क का निर्माण कभी नहीं होगा और वह इस सड़क का निर्माण होने नहीं देंगे। जिसके बाद विधायक वहां से चले गए।
इसके बाद ग्रामीणों ने महोत्सव में लगे विधायक के पोस्टर फाड़ डाले और विधायक के वाहन को भी रोकने का प्रयास किया। ग्रामीणों ने विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
वहीं घटना के बाद से विपक्ष मामले में चुटकी ले रहा है। पूर्व काबीना मंत्री मातबर सिंह कंडारी ने कहा कि विधायक को जनता ने चुना है और उन्हें जनता पर पॉवर नहीं दिखानी चाहिए।
अगर जनता ने किसी भी तरह की गलती की थी तो इस पर संयम बरतते हुए बात की जानी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने जनता के साथ अभद्रता कर अपशब्दों का प्रयोग भी किया, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। कहा जिस सड़क की मांग के लिए ग्रामीण उनके पास गये थे, वह ग्वाड़ के लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण सड़क है। बीमार, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तक पहुंचने में बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, जबकि आंगनबाड़ी केंद्र तक बच्चों को ले जाने में भारी दिक्कतें होती हैं।
लंबे समय से इस सड़क की मांग की जा रही है, लेकिन अब तक मार्ग का निर्माण कार्य नहीं हो सका है। वहीं पूरे मामले में विधायक भरत सिंह चौधरी ने कहा कि उन्होंने किसी भी ग्रामीण को धमकी नहीं दी है। मोटरमार्ग की मांग को लेकर ग्रामीण उनके पास आये थे। इस सड़क में वन भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया चल रही है। काफी बड़ी मात्रा में बांज के पेड़ हैं। मामला शासन स्तर पर है। वन विभाग से क्लीयरेंस मिलने के बाद आगे की कार्यवाही की जायेगी।