उत्तराखण्ड
जिलाधिकारी चमोली के खिलाफ क्यों हुआ व्यापारियों का हल्ला बोल… कहा- ‘गो बैक’
उत्तराखण्ड में मंत्री व मुख्यमंत्री का विरोध तो आम हो चला था, अब जनता द्वारा किये जा रहे विरोध की आंच में अधिकारी भी झुलसने लगे हैं। दरअसल, चमोली जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के इशारों पर नगर पालिका गोपेश्वर द्वारा पुलिस बल का सहारा लेकर आवास खाली कराने का मामला अब तूल पकड़ने लगा है।
कार्रवाई के दौरान महिला व्यापारियों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार भी किया गया, जिसको लेकर प्रशासन की एकतरफा कार्रवाई के विरोध में व्यापार संगठन खुलकर सामने आ गए हैं। आक्रोशित व्यापारियों द्वारा गोपेश्वर बाजार को बंद करवाया गया, साथ ही व्यापारियों ने चमोली कोतवाली में प्रशासन द्वारा किए गए कार्रवाई का विरोध किया।
जिलाधिकारी चमोली का यह पहला कारनामा नहीं है, इससे पहले भी उनके द्वारा कई तुगलकी फरमान सुनाए गए हैं। चाहे उससे कई परिवारों की रोजी-रोटी पर संकट क्यों ना आया हो, चमोली के व्यापारियों का आरोप है, कि वह कोरोना के इस इस दौर में व्यापारियों को प्रशासन द्वारा बिल्कुल भी राहत नहीं दी जा रही है।
राहत देना तो दूर प्रशासन के खिलाफ विरोध कर रहे व्यापारियों को गिरफ्तार करवाया गया, अब जिलाधिकारी के खिलाफ विरोध के स्वर इतने तेज हो चुके हैं कि विभिन्न संगठनों व व्यापार मंडल द्वारा जिलाधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोल प्रदर्शन शुरू कर दिए गए हैं।