उत्तराखण्ड
आदमखोर बाघ को पकड़ने के लिए मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक पराग मधुकर ने बनाई यह योजना
Haldwani रामनगर वन प्रभाग के फ़तेहपुर रेंज के अन्तर्गत मानव-बाघ संघर्ष की घटनाओं के न्यूनतम करने के दृष्टिगत पनियाली, कठघरिया, दमुवाढुंगा क्षेत्रों का मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक उत्तराखंड डॉ पराग मधुकर धकाते द्वारा निरीक्षण कर अधीनस्थ अधिकारियों/ कर्मचारियों को दिशानिर्देश एवं मार्गदर्शन किया। मुख्य वन संरक्षक कुमाऊँ डॉ तेजस्विनी पाटील, वन संरक्षक पश्चिमी वृत्त दिपचंद्र आर्य, रामनगर वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी चंद्रशेखर जोशी, वन्यजीव पशुचिकित्सक डॉ उनियाल व डॉ पांगती के साथ मौक़े का मुआयना कर टाईगर को पकड़ने की रणनीति बनाई गई है। वर्तमान में इस ऑपरेशन में 60 कैमेरा ट्रैप, 110 वन कर्मी, एक हाथी, एक ड्रोन लगे हुए है, जिसे मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक उत्तराखंड डॉ पराग मधुकर धकाते द्वारा बढ़ाने के निर्देश दिए गए ।