उत्तराखण्ड
राज्य में हो रहें अवैध खनन पर मुख्य सचिव द्वारा लिखे गए पत्र के बाद हरकत में आया खनन विभाग।
राज्य के मुख्य सचिव एसएस संधू द्वारा प्रदेश में हो हो रहे अवैध खनन पर कार्रवाई करने के संबंध में लिखे गए पत्र के बाद खनन विभाग पूरी तरह से हरकत में आ गया है। नैनीताल जिले में अवैध खनन को रोकने के लिए अधिकारियों ने अपनी कमर कस ली है, संयुक्त निदेशक खनन राजपाल लेघा ने कहा कि जनपद में अभी तक कहीं से भी अवैध खनन की कोई शिकायत उनके संज्ञान में नहीं आई है।
लगातार जनपद की सभी नदियों में नजर बनी हुई है। गौला, नंधौर, दाबका, कोसी, बेतालघाट और जमरानी की नदियों से खनन का कार्य किया जाता है। अभी तक इन सभी नदियों में किसी भी तरह से अवैध खनन की सूचना नहीं आ रहीं हैं। अवैध खनन रोकने को लेकर उनके द्वारा टीमें भी पहले से ही गठित की गई है, टीम एसडीएम के नेतृत्व में होती है।
साथ ही उन्होंने कहा कि रामनगर के एक स्टोन क्रशर में अवैध खनन के साथ ही भण्डारण की शिकायत मिली थी, जिसके बाद उक्त स्टोन क्रशर के खिलाफ जुमार्ना की कार्रवाई भी की जा चुकी है, मुख्यसचिव द्वारा अवैध खनन और भण्डारण को रोकने के जिस तरह से पत्र लिखा है, उसके बाद से सभी जिलों में अवैध खनन और भण्डारण को रोकने के लिये टीम पूरी तरह से तैयार है।