उत्तराखण्ड
आग बबूला हुए तीर्थ पुरोहितों ने दिया सरकार को श्राप, आपका जड़-मूल नाश हो, कभी सत्ता में नहीं आ पाओंगे
विधानसभा चुनाव से पहले धामी सरकार घिरती नजर आ रही है। एक ओर उपनलकर्मियों ने हल्ला बोल दिया है वहीं दूसरी ओर तीथ पुरोहित देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की लगातार मांग कर रहे है। ऐसे में हालात पर संभले नहीं संभल रहे है। पिछले दो सालों से बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर अब तीथ पुरोहितों का सब्र का बांध टूअ चुका है। जिसके बाद उन्होंने सत्ताधारी भाजपा को श्राप दे दिया। तीर्थ पुरोहितों ने कहा है कि कभी सत्ता में नहीं आ पाओंगे।
वर्ष 1939 में बदरी-केदार मंदिर समिति के लिए अधिनियम लाया गया था, ताकि बदरीनाथ और केदारनाथ धाम की व्यवस्थाओं को ठीक रखने के साथ ही आने वाले श्राद्धालुओं के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें। लेकिन देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के कारण करीब 80 साल पुराना बीकेटीसी निरस्त हो गया। वर्ष 2020 को देवस्थानम बोर्ड के गठन का नोटिफिकेशन जारी होते ही बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति का अस्तित्व स्वत: समाप्त हो गया।
अब बोर्ड को भंग करने के लिए तीर्थ पुरोहित बीते दो सालों से प्रदर्शन कर रहे है लेकिन सरकार टस से मस नहीं हो रही है। तीर्थ पुरोहितों ने मंदिर प्रांगण से ही सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि आप राम के नाम पर खा रहे हो, हम भी भगवान की संतान हैं। तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि सत्ता के लोभ में आप देहरादून में बैठे हो। हम रुद्राभिषेक व पूजा करने वालों को आपने नारेबाजी करने पर विवश कर दिया। हम सभी आपको श्राप देते हैं कि आप कभी सत्ता में नहीं आ पाओगे। आपका जड़-मूल नाश हो जाएगा। हम इसके लिए हवन भी करेंगे।