उत्तराखण्ड
पुरोहितों के श्राप के डर से बैकफुट पर आयी सरकार, देवस्थानम बोर्ड पर सीएम धामी का आया बड़ा बयान
लंबे समय से देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन कर रहे है। जिसके बाद विगत दिवस पुरोहितों ने सरकार को श्राप तक दे डाला। अब ऐसा लगता है इसी भय से सरकार की आंखें खुली है। आज मुख्यमंत्री आवास में देवप्रयाग विधायक विनोद कण्डारी और केदारनाथ की पूर्व विधायक शैलारानी रावत के नेतृत्व में केदारनाथ व बदरीनाथ के तीर्थ पुरोहितों के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भेंट की।
इस मौके पर सीएम धामी ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड से तीर्थ पुरोहितों, हक-हकूकधारियों और पंडा समाज का किसी प्रकार का अहित नहीं होने दिया जाएगा। वरिष्ठ नेता मनोहर कांत ध्यानी से तीर्थ पुरोहितों के पक्ष को जानकर पूरी रिपोर्ट देने का आग्रह किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सभी को सुनेगीं और उनकी चिंताओं का समाधान करेंगी।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि कम्यूनिकेशन गैप नहीं होना चाहिए। सरकार बातचीत कर रास्ता निकालेगी। सभी शंकाए दूर की जाएंगी और जहां सुधार की जरूरत होगी, राज्य सरकार सुधार करेगी। उन्होंने कहा कि बदरीनाथ मास्टर प्लान को मूर्त रूप देने से पूर्व सभी संबंधित पक्षों की भी बात सुनीं जाएगी और उनकी शंकाओं का निवारण किया जाऐगा। प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने भी वार्ता के माध्यम से रास्ता निकाले जाने पर सहमति व्यक्त की।