आध्यात्मिक
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा पर विफ़ल हुई भाजपा सरकार, यहाँ यात्रियों को हो रही फजीहत और कारोबारी भी हैं नाराज़…
उत्तराखंड में चार धाम यात्रा शुरू होते ही सरकार की व्यवस्थाएं विफल होती नजर आई है। वही चार धाम मंदिरों में लोगों की संख्या सीमित होने के चलते व्यापारियों को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है जिसके चलते कारोबारियों के बीच सरकार को लेकर नाराजगी बनी हुई है।
आपको बता दें कि चार धाम यात्रा को केवल 1 महीने का समय रह गया है। जिसके चलते व्यापारियों को काफी नुकसान हो रहा है वही सरकार की ओर से कोर्ट में सही तरीके से अपना पक्ष नहीं रख पाने के चलते यात्रा को लेकर व्यवस्थाएं लगातार बनी हुई है। जिसे लेकर कई बार कारोबारियों की ओर से सरकार से बात की जा चुकी है। लेकिन कोई भी हल नहीं निकलने के चलते अब चार धाम यात्रा कारोबारियों के बीच सरकार को लेकर रोष बना हुआ है साथ ही कारोबारी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर नाराजगी जता रहे हैं।
वहीं खराब व्यवस्थाओं और सीमित संख्या के चलते बदरीनाथ धाम और केदारनाथ आने वाले तीर्थयात्रियों की जगह-जगह चेकिंग होने में घंटों लग रहे हैं जिससे यात्री परेशान हो रहे हैं। जोशीमठ से बदरीनाथ धाम तक 45 किलोमीटर के दायरे में पांच जगहों पर पुलिस की ओर से चेकिंग काउंटर स्थापित कर तीर्थयात्रियों से ई-पास मांगा जा रहा है।
जिसके चलते तीर्थयात्रियों का कहना है कि बदरीनाथ के प्रवेश द्वार जोशीमठ में ही भली भांति ई-पास की चेकिंग करने के बाद रास्ते में कहीं भी परेशान न किया जाए। न्यायालय की ओर से एक दिन में 1000 तीर्थयात्रियों के बदरीनाथ धाम के दर्शनों की अनुमति दी गई है। जिसके चलते यात्री और कारोबारी दोनों ही परेशान हो रहे हैं।