उत्तराखण्ड
तो फिर क्या, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम और प्रदेश अध्यक्ष होंगे प्रकाश… जानिए और समीकरण।
उत्तराखण्ड में कांग्रेस चुनावी समीकरण को मजबूत करने के लिए सख्त कदम उठाने जा रही है। आगामी विधानसभा चुनाव तक कांग्रेस में कुछ नेता पार्टी का दामन थामेंगे तो कुछ छोड़ेंगे। कांग्रेस के पक्ष में चुनावी माहौल जरूर होगा पर चुनौतियां भी बहुत हैं, नेता प्रतिपक्ष इन्दिरा ह्रदयेश के निधन के बाद प्रदेश की राजनीतिक समीकरण पूरी तरह बदल चुके है। अब पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के समकक्ष राज्य में कोई नेता नही है, ज़ाहिर है कि उत्तराखण्ड की कमान अब हरीश रावत के कंधों पर है।
सूत्रों की माने तो जल्द कांग्रेस हाईकमान द्वारा उत्तराखण्ड में विधानसभा चुनाव से पहले बदलाव होने जा रहे हैं, जिसमें प्रीतम सिंह को नेता प्रतिपक्ष एवं प्रदेश अध्यक्ष प्रकाश जोशी को बनाने की सुगबुगाहट है। प्रकाश जोशी संगठन के तौर पर बेहतर काम कर सकतें हैं। वही प्रीतम सिंह को नेता प्रतिपक्ष की जम्मेदारी दी जानी लगभग तय है।
चुनावी रणभेदी बजने से पहले ही उत्तराखण्ड कांग्रेस को इन्दिरा ह्रदयेश का निधन का झटका जरूर लगा है, पर पार्टी अब सरकार की विफलताओं व मजबूती से चुनाव लड़ने की बात कह रही है। पूर्व विधायक रणजीत रावत द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रानीखेत विधायक एवं उपनेता विपक्ष करण महरा को नेता प्रतिपक्ष बनवाने की पैरवी करते ही, हरीश रावत गुट सक्रिय हो गया, जिसके बाद प्रदेश में पूरे समीकरण ही बदल चुके है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को भी नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं।