उत्तराखण्ड
उत्तराखंड- जान हथेली में रखकर नदी पार करते स्कूली बच्चे, आप भी देखिए वीडियो
लगातार पहाड़ों में बारिश के बाद जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है।उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में स्कूली बच्चों, घायलों और बुज़ुर्गों को उफनती नदी पार करने के लिए हाथ की बनी ट्रॉली में जाना पड़ रहा है । वर्ष 2013 की विनाशकारी आपदा में लोहे का पुल और फिर 2020 में लकड़ी का पुल बहने से 600 ग्रामीणों को आर पार जाने में परेशानी होती है। पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी स्थित गोल्फा गांव में पड़ने वाली गोल्फा गाड़ में बरसात के कारण तेज बहाव है ।
नदी के दोनों तरफ रहने वाले घरूड़ी, गोल्फ़ा, तोमिक, टांगा की मुख्य बाजार और सेराघाट के 600 से अधिक लोग हररोज आने जाने को मजबूर हैं । इस नदी पर बना पुल पहली बार 2013 की आपदा में पूरी तरह से बह गया था, जिसके बाद इसपर आवाजाही के लिए ग्रामीणों द्वारा लकड़ी का पुल बनाया गया । वर्ष 2020 की आपदा ने इस लकड़ी के पुल भी पूरी तरह से श्रतिग्रस्त हो गया, जिससे लोगों को खासी परेशानी होने लगी। इसे देखते हुए प्रशासन ने ग्रामीणों के लिए अस्थाई व्यवस्था के रूप में हाथ से चलने वाली ट्रॉली लगा दी है। इस ट्रॉली से अब स्कूली बच्चे, घायल, गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग और आमजन इन दिनों जान हथेली में रखकर गोल्फा नदी को पार कर रहे हैं ।