उत्तराखण्ड
चुनाव से ठीक पहले छलका पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र का दर्द, मुझे हटाना गलत निर्णय
कहते है ना कुर्सी का नशा कभी नहीं उतरता। ठीक वहीं हाल है उत्तराखंड में बैठी भाजपा सरकार के। पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र रावत को हटाने के बाद तीरथ सिंह रावत को सीएम बनाया गया था। अब वो भी पूर्व हो गये। उनके हटाने के बाद भाजपा ने पुष्कर सिंह धामी को सीएम बनाया, लेकिन पहले पांच साल में पहले नंबर के सीएम का दर्द अभी में भी छलक रहा है। आलम यह है कि पार्टी नेतृत्व के निर्णय को पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गलत बताया है। दर्द ऐसा की मीडिया के सामने बयां कर दिया।
पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनकी सरकार के कार्यों की तारीफ कर रहे थे, लेकिन उन्हें पद से हटा दिया गया। पीएम मोदी केदारनाथ पुननिर्माण सहित उनकी सरकार के कार्यों की हमेशा तारीफ करते रहे। त्रिवेन्द्र यहीं नहीं रूके बोले इस्तीफा देने के कुछ दिन पहले ही उन्होंने पीएम मोदी से मुलाकात की थी।
इस दौरान पीएम के साथ उनकी 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर भी चर्चा हुई थी। ऐसे में उन्हें पद से हटाए जाने का कोई अंदाजा नहीं था। लेकिन अचानक ही बदले हालात में पार्टी नेतृत्व ने उनसे इस्तीफा मांग लिया। उन्होंने पूर्व तीरथ सिंह रावत को हटाए जाने के सवाल पर कोई टिप्पणी नहीं की। जिस तरह त्रिवेन्द्र रावत दर्द से कराह रहे है ऐसे में लगता है कि उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना कितना दर्द दे रहा है। प्रदेश में भाजपा के अंदर गुटबाजी हावी हो रही है। हल्द्वानी से लेकर देहरादून तक सुगबुहाट की आहट है। लेकिन पार्टी का हर कार्यकर्ता बोलने से कतराता है। इतने महीनों बाद पूर्व सीएम त्रिवेद्र रावत का दर्द छलका है।