उत्तराखण्ड
पंजाब मुद्दे पर हरदा ने हाईकमान पर छोड़ा फैसला, कहा जब तक हूँ प्रभारी, करता रहूंगा काम…
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने पंजाब प्रभारी के रूप में अपनी असफलता के बाद पंजाब के प्रभार से मुक्त किये जाने की गुजारिश की है। इस दौरान हरीश रावत ने कहा कि मैंने 2 महीने पहले भी पंजाब के प्रभार से मुक्त किये जाने की अपील की थी। लेकिन इच्छा मानना या नही मानना और मुक्त होना और नही होना मेरे हाथ में नही है, यह हाईकमान पर निर्भर करता है। हरीश रावत में कहा कि अगर मुझे हाई कमान पंजाब प्रभार से हटा देता है तो मैं उनका धन्यवाद करूंगा अन्यथा जब तक प्रभारी हूँ तो काम करता रहूंगा।
हरीश रावत ने पंजाब में नवनियुक्त सीएम और प्रदेश अध्यक्ष सिद्धू के बीच चल रहे विवाद में सिद्धू के सीएम चन्नी पर दबाव बनाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि किसी तरह का दबाव नही है और जल्द ही दोनों के बीच बातचीत से रास्ता निकाल आएगा। उन्होंने कहा कि सिद्धू जो बिंदु उठा रहे है या उनकी मांग है तो सीएम से बात करके रास्ता निकाल आयेगा। हरीश रावत ने कहा कि पंजाब के विवाद में समझदारी दिखाई जाएगी और जल्द ही रास्ता निकाल आएगा।
हरीश रावत ने कहा कि अमरिंदर को कांग्रेस ने नही हटाया बल्कि उन्होंने खुद इस्तीफा दिया है। अमरिंदर को तीन दिन तक संपर्क करने की कोशिश की गई मगर उन्होंने बात नही की और विधायक दल की बैठक में नही आये। और उन्होंने विधायक दल की बैठक ने ना आकर राजभवन जाकर इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि अमरिंदर के नई पार्टी बनाने और कांग्रेस के कई नेताओं के उनके साथ जाने की चर्चाओं के सवाल पर कहा कि पंजाब में हर फैसला सर्वसम्मति से हुआ है और अगर कोई जाने का फैसला करता है तो ये उनका फैसला है। मगर कोई भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष कांग्रेसी भाजपा का मुखौटा नही बनेगा क्योंकि पंजाब में भाजपा किसान विरोधी होने की वजह से विलेन की भूमिका में है।