उत्तराखण्ड
स्थापना दिवस पर यशपाल ने सुनाया खटीमा कांड का आंखों देखा मंज़र, साथ ही किया आंदोलनकारियों को सम्मानित।
आज पूरा उत्तराखंड 22वां राज्य स्थापना दिवस मना रहा है, इस मौके पर हल्द्वानी के स्वराज आश्रम कार्यालय में कांग्रेस पार्टी ने भी राज्य स्थापना दिवस मनाया, जिसमें वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य समेत महानगर और जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी मौजूद रहे। जिसमें राज्य आंदोलनकारियों को सम्मानित किया गया, इस दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता यशपाल आर्य ने राज्य आंदोलन के अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा की ‘राज्य आंदोलन में युवाओं, महिलाओं, बुजुर्गों की बढ़-चढ़कर भागीदारी रही और एक सितंबर 1994 को खटीमा में जब गोली कांड हुआ, जिसमें 5 लोगों की मौत हुई थी, पूरी तरह से खटीमा में सन्नाटा पसर गया था, हर तरफ भय का माहौल था’
उनको जब गोली कांड की सूचना मिली तो वह लखनऊ से सीधे सुबह 4:00 बजे खटीमा पहुंचे और उन्होंने देखा कि हर तरफ शहर में सन्नाटा पसरा हुआ है, लोग अपने घरों में डर के साए में जीने को मजबूर थे और वहां हर किसी की आंखों में कुछ ना कुछ बयां कर रही थी, तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव द्वारा गोलीकांड कराया गया था।
जिसे लोग कभी भी नहीं भूल सकते, यशपाल ने कहा कि खटीमा का तत्कालीन कोतवाल हाथों में बंदूक लेकर खुलेआम घूम रहा था और उसका मकसद सिर्फ लोगों को कुचलने का था, लेकिन उन्होंने कर्फ्यू को तोड़ते हुए गोली कांड में शहीद हुए परिजनों से मुलाकात की और उनके दर्द को बांटने का काम किया, हम सबको राज्य आंदोलनकारियों के बलिदान को हमेशा याद करना चाहिए ।