उत्तराखण्ड
नहीं होने देंगे प्रदेश में अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न : नवाब
हल्द्वानी में अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष मजहर नईम नवाब ने बयान जारी करते हुए कहा कि जनवरी 2021 में एक सुनवाई के दौरान रुद्रपुर में शिक्षा निदेशक मुख्य शिक्षा अधिकारी द्वारा आयोग को सहयोग ना करने के कारण एक दिन का वेतन रोके जाने के संबंध में आदेश किया गया था। अध्यापक शहजाद खुर्रम सिद्दीकी नई बस्ती हल्द्वानी जो कि ग्राम आमली चंपावत में अध्यापक पिछले चार वर्षों से है।
वार्षिक रिपोर्ट के आधार पर अध्यापक को इंटर कॉलेज लोहाघाट में छात्रों की संख्या अधिक होने के कारण पिछले एक वर्ष से उनका उत्पीड़न करने की शिकायत अध्यापक की पत्नी द्वारा अल्पसंख्यक आयोग में की गई थी। जिसमें सुनवाई के दौरान अधिकारी नियम विरुद्ध कार्य करते हुए पाए गए। जिस पर 5 मार्च 2021 को आयोग द्वारा अध्यापक को लोहाघाट में यथास्थिति रखने के लिए आयोग के आदेश की अवहेलना करते हुए मुख्य शिक्षा अधिकारी चंपावत को आदेश करते हुए संबंधित विद्यालय को भेजा जाए।
जिस पर अध्यापक की पत्नी द्वारा 2 अगस्त 2021 को अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष को शिकायती पत्र दिया था, जिसके बाद सचिव अल्पसंख्यक आयोग द्वारा जुलाई के आदेश को निरस्त करते हुए संबंधित विद्यालय ग्राम शामली चंपावत राजकीय इंटर कॉलेज लोहाघाट की प्रधानाचार्य संबंधित विषय के छात्रों की वार्षिक रिपोर्ट पत्रावली सहित अपर निदेशक मुख्य शिक्षा अधिकारी चंपावत को आयोग में उपस्थिति होने के निर्देश दिए गए।
आयोग ने कहा कि इस प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, ऐसे में संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। जांच में दोषी पाए जाने उन अधिकारियों के तहत जो भी आयोग की बात को गंभीरता से नहीं लेना, उसे कार्रवाई के लिए जिम्मेदार खुद होना होगा। अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष मजहर नईम नवाब ने कहा कि अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, मुख्य शिक्षा अधिकारी ने अपना नाम और आदेश वापस ले लिया है।