उत्तराखण्ड
लो जी ! अब ठग भी हो गए अपग्रेड, टूल के जरिए निकाला ठगी का ये नया तरीका…..
अक्सर आपने ऑनलाईन खरीदारी करने पर धोखाधड़ी होने के मामले सुने होंगे या फिर ओएलएक्स पर स्कूटी या बाइक बेचने वाले ठगों के शिकार हुए लोगों के बारे में सुना होगा, लेकिन हल्द्वानी से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें धोखाधड़ी के लिए एक ठग ने इंसान को ही जरीया बना दिया। यह रिपोर्ट उर्ज कराई हैं गंगोलीहाट के टिम्टा के रहने वाले संजय कुमार ने।
दरअसल हल्द्वानी कोतवाली में गंगोलीहाट के टिम्टा के रहने वाले संजय कुमार ने एक ऐसा ठगी का एक ऐसा मामला दर्ज कराया है, जिसको जानकर आप भी कहेंगे कि ठगी का पूरा तरीका वहीं है, बस इसमें किसी ऑनलाइन एजेंसी को माध्यम नहीं बनाया गया बल्कि पीड़ित का विश्वास जीतने के लिए उसके नजदीकी व्यक्ति को ही माध्यम बना दिया गया।
हल्द्वानी कोतवाली में तहरीर देते संजय कुमार ने बताया कि वह गौतमबुध नगर में रहने वाले सेवानिवृत्त पुलिस के महानिदेशक के घर पर काम करता है। बीते दिनों वह स्कूटी खरीदने का मन बना रहा था। जिसके चलते उसने हल्द्वानी में रहने वाले छोटे भाई अनिल कुमार को इसका जिक्र किया। वहीं टाटा मोटर्स में काम करने वाले अनिल को उसी के साथ काम करने वाले राशिद ने बताया कि हरिद्वार के कनखल में रहने वाला उसका एक मित्र अपना एक्टिवा स्कूटर बेचना चाहता है।
इस पर अनिल ने फोन कर के संजय को इसकी जानकारी दी। संजय के अनुसार उसने कहा कि वह गाड़ी के मालिक यानी संतोष गुप्ता से उसकी बात करा दे। इसके बाद संतोष ने उससे फोन पर संपर्क किया। वह बात करने के लिए दो मोबाइल नंबर प्रयोग करता था। संतोष ने बताया था कि वह सीआईएसएफ में नौकरी करता है और इन दिनों जौलीग्रांट एयर पोर्ट पर तैनात है। उसने सीआईएसएफ का आई कार्ड भी उसे व्हाट्सअप किया। जिसमें उसका CISF NO- 140501406 लिखा था। जिसके चलते संजय उसके झाँसे में आ गया।
इस दौरान संजय ने विश्वास में आकर संतोष से स्कूटर का सौदा कर लिया। उसने स्कूटर देहरादून से हल्द्वानी तक ट्रान्सपोर्ट करने के लिए 5000 रूपये तुरन्त भेजने को कहा। 30 जुलाई को संजय ने Google Pay के माध्यम से संतोष कुमार गुप्ता को पांच हजार रूपये भेज दिए। इसके बाद संतोष उससे बाकी की रकम मांगने के लिए कॉल करने लगा। कई बार फोन आए तो संजय ने संतोष को बाकी की रकम 11,560 रूपये रात को 8:30 बजे Google Pay के माध्यम से भेज दिए। यह बैंक खाता किसी स्वाति सत्येन यादव के नाम था। इसके अगले ही दिन संतोष ने अपना मोबाइल स्विच आफ कर लिया। जो आज तक नहीं खुला।
संजय ने आरोप लगाया है कि उसके साथ ठगी हो गई है। उसने पुलिस से अपील की है कि मामले की जांच करके संतोष से उसका पैसा वापस दिलाया जाए। फ़िलहाल पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके इस मामले की छानबीन शुरू कर दी है।