उत्तराखण्ड
कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने पहाड़ो पर पनप रहे भूमाफियाओं पर कसी नकेल, पढ़िए पूरी खबर
कुमाऊँ कमिश्नर दीपक रावत ने मंगलवार को देर रात्रि तक सम्बंधित अधिकारियों के साथ स्थल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान आयुक्त कुमाऊँ ने पाया कि पतलिया क्षेत्र में बेनाप भूमि पर डेवलपर द्वारा अवैध खनन, धारे का जल प्रवाह रोकना, गधेरों में अतिक्रमण करना, वृक्षों का अवैध कटान किया जा रहा है। साथ ही बिना अनुमति के जे0सी0बी0 का इस्तेमाल किया जा रहा है।
जिससे पतलिया सड़क को खतरा होना पाया गया। साथ ही कई वृक्षों को सूखाने का प्रयास किया गया। प्राकृतिक धाराओं, पूजा स्थलों पर निरीक्षण के दौरान कब्जा पाये जाने पर आयुक्त ने संबंधित उप जिलाधिकारी, तहसीलदार, पटवारी, कानूनगो एवं प्रभागीय वनाधिकारी को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। साथ ही बेनाप भूमि पर जो अवैध खनन किया गया उसका तत्काल चालान करते हुए चालान की प्रति उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए।
कमिश्नर ने यह भी निर्देश दिए गए है कि कितनी बेनाप भूमि में कब्जा किया गया है उसका लाल रंग से डिमारकेशन करते हुए आख्या प्रस्तुत की जाय। आयुक्त ने पेड़ों के अवैध कटान के सम्बंध में प्रभागीय वनाधिकारी आर0सी0 काण्डपाल, रेंजर हिमालय सिंह टोलिया एवं राजस्व विभाग को शीघ्र सही-सही रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। शासन द्वारा नवम्बर 2021 में तहसील धारी क्षेत्रान्तर्गत पतलिया में बेरी फार्म स्थापित करने हेतु 18 एकड़ जमीन की अनुमति दी गई थी जबकि अनुमति प्राप्त होने से 6-7 माह पूर्व ही संबंधित द्वारा कार्य प्रारम्भ कर दिया गया था।
कमिश्नर दीपक रावत ने संबंधित अधिकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुए निर्देश दिए गए कि आज निरीक्षण के दौरान जो राजस्व भूमि पर वृक्षों का अवैध कटान एवं अवैध खनन आदि पाया गया है उसका सही-सही आंकलन तत्काल करते हुए आख्या प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें। यदि आख्या में कोई त्रुटि पाई जायेगी तो संबंधित अधिकारियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही अमल में लाई जायेगी। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी योगेश महरा, तहसीलदार तानिया रजवार, कानूनगो, पटवारी एवं ग्राम प्रधान पतलिया प्रताप सिंह के साथ ही अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित थे।