उत्तराखण्ड
जानिये उत्तराखण्ड की किस जेल में कैदियों को आज़ादी से बांधी गयी राखी, जेल अधीक्षक को बहनों ने कहा धन्यवाद।
क्षेत्रफल के हिसाब से प्रदेश की सबसे बड़ी जेल में आज भाई और बहन के पवित्र त्यौहार रक्षाबंधन को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। प्रदेश के अन्य जिलों में बंद कैदियों की बहनों ने उनको खिड़की के रास्ते से ही कलाई पर राखी बांधी, लेकिन उत्तराखण्ड के हरिद्वार जनपद की एकमात्र ऐसी जेल है जहां के वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज आर्य ने भाई और बहन के इस पवित्र त्यौहार की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए रक्षाबंधन का त्यौहार जेल परिसर में मनाने का निर्देश दिया।
जिसके बाद लगभग 200 बहनों ने जेल के अंदर बंद अपने बंदी भाइयों की कलाई पर राखी बांधकर उनके जल्द जेल से रिहाई की कामना की, साथ ही सभी बहनों ने आज के पर्व को जेल परिसर के अंदर मनाने के लिए वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज आर्य को धन्यवाद दिया था। हम आपको बता दें कि हल्द्वानी, देहरादून, सितारगंज समेत तमाम जिलों में बंद बंदियों को उनकी बहनों ने खिड़की के पास ही राखी बांधी।
जिसमें उनकी बहने काफी भावुक हुई तो वही भाई भी अपनी बहन को देखकर भावुक हो गए थे। लेकिन हरिद्वार जेल ही एकमात्र ऐसी जेल थी जहां के जेल अधीक्षक ने भाई और बहन के इस पवित्र त्यौहार की भावनाओं को समझते हुए परिसर के अंदर त्योहार को मनाने की इजाजत दी, वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज आर्य ने बताया कि साल में एक बार ही ऐसा पर होता है, जब बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है, ऐसे में उनको अपने भाई से दूर नहीं किया जा सकता और आज उन्होंने जेल परिसर के अंदर यह त्यौहार मनाने की अनुमति दी, करीब 200 बहनों ने अपने बंदी भाइयों को राखी बांधी और भाई को जल्द रिहा करने की भगवान से प्रार्थना की।