उत्तराखण्ड
हल्द्वानी- दंगा प्रभावित क्षेत्र में निरीक्षण में जुटा प्रशासन, जल्द पटरी पर लौटेगी बनभूलपुरा की स्थिति
हल्द्वानी के बनभूलपुरा में मलिक के बगीचे से शुरू हुई हिंसा पूरी देश और दुनिया ने देखी आज बनभूलपुरा में कर्फ्यू लग 8 दिन हो गए हैं ऐसे में कर्फ्यू क्षेत्र बनभूलपुरा का पूरा दौरा किया टॉप की खबर ने इस एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में देखिए कि आखिर बनभूलपुरा के विभिन्न इलाकों में कर्फ्यू के अंदर रहने वाले लोग क्या कुछ सोचते हैं और उसे दिन क्या हुआ था ..
8 फरवरी को हल्द्वानी का बनभूलपुरा मलिक के बगीचे में अतिक्रमण हटाने के दौरान हिंसा में तब्दील हो गया जगह-जगह आगजनी पत्थर बाजी और गाड़ियां जलाई गई यही नहीं बनभूलपुरा थाना फूंक दिया और वहां के हथियार और माल खाने में रखा सामान भी लूट गया देवभूमि की शांत वादियों में आज की लपटे गोलियों की आवाज़ और धधकते बनभूलपुरा की तस्वीर पूरी देश और दुनिया ने देख ली आज उसे घटना को ठीक 8 दिन हो गए हैं ऐसे में हमने उसे क्षेत्र का जायजा लिया और देखा कि आप धीरे-धीरे हालात सामान्य हो रहे हैं कर्फ्यू में प्रशासन में 2 घंटे की ढील दी हुई है और बनभूलपुरा के इलाके ताज चौराहा, लाइन नंबर 17, बिलाली मस्जिद, इंदिरा नगर ठोकर सहित, कई इलाकों में धीरे-धीरे हालात सामान्य हो चुके हैं वहां के लोगों का भी कहना है कि जिन लोगों ने हिंसा की उनको छोड़ा नहीं जाना चाहिए लेकिन निर्दोष लोगों को परेशान नहीं किया जाना चाहिए प्रशासन ने स्थानीय लोगों के लिए आवश्यक सेवाओं की पूरी व्यवस्था की है लोगों का भी कहना है कि वह प्रशासन की सेवाओं से संतुष्ट हैं अस्पताल और मेडिकल स्टोर के साथ ही फल सब्जी राशन सारी व्यवस्थाएं प्रशासन कर रहा है।
वही थाना बनभूलपुरा में हुई आगजनी के बाद अब वहां पर रिनोवेशन का काम किया जा रहा है जिसे जल्द पूरा कर लिया जाएगा दंगे के दौरान उपद्रवियों ने थाने में आग लगा दिया था इसमें थाना पूरी तरह से जलकर खाक हो गया था।
वही कर्फ्यू के दौरान सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, एसडीएम परितोष वर्मा एवम जोनल मजिस्ट्रेट एपी वाजपेयी, तहसीलदार सचिन कुमार, उस पूरे क्षेत्र की निगरानी के साथ ही वहां आवश्यक सेवाओं की व्यवस्थाओं को सुचारु करने की जिम्मेदारी उठा रहे हैं। उन्होंने बताया कर्फ्यू में सुबह 9:00 से लेकर 11:00 तक ढील दी जा रही है ऐसे में लोगों को जरूर की चीज प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई जा रही है सब्जियां, राशन, मेडिकल सुविधा है या दूध हो इन सभी की व्यवस्थाएं प्रशासन द्वारा पूरी तरह से उपलब्ध कराई गई है जिनके पास पैसे नहीं है उनका प्रशासन मुफ्त में भी चीज उपलब्ध करवा रहा है।