उत्तराखण्ड
इस पहाड़ी जिले में पुलिस कप्तान ने बच्चों के लिए खोला बाल मित्र पुलिस थाना, आप भी जानिए क्या है विशेष।
पीड़ित, आगंतुक या किसी घटना से जुड़े बच्चे जब थाने में आते हैं तो वह असहज महसूस करते हैं। उनके मन से यही बात निकालने के उद्देश्य से पूरे प्रदेश के सभी जनपदों के एक-एक थाने में बाल मित्र थाना बनाए जाने के निर्देश पुलिस मुख्यालय द्वारा दिए गए हैं। चंपावत जिले के थाना टनकपुर में पुलिस अधीक्षक चंपावत देवेन्द्र पींचा द्वारा जनपद के पहले बाल मित्र पुलिस थाने का उद्धाटन किया। टनकपुर थाने के माध्यम से थाने के नाम से बच्चों के मन में जो असहजता रहती है, वह दूर होगी। बाल मित्र पुलिस थाना में जहां बच्चों को मिलेंगे डोरिमोन, छोटाभीम, मोगली समेत कई कार्टून दोस्त।
यहां बच्चों की बहुत ही प्यार से काउंसलिंग भी की जाएगी। बच्चों को यहां घर जैसा माहौल देने का प्रयास किया जाएगा। यहां उन्हें खेलने, पढ़ने आदि की सुविधा मिलेगी। आवश्यकता पड़ने पर काउंसलिंग भी की जाएगी। बच्चों को बेहतर माहौल देने के लिए थाने की दीवारों पर कार्टून और परिसर में खेल के सामान भी रखे गए हैं। थाने में बच्चों को तनाव मुक्त रखने के लिए प्रेरक प्रसंग वाली पुस्तकें भी उपलब्ध होंगी। साथ ही इस कमरे में पुलिस कर्मी सादे वस्त्रों में मौजूद रहेंगे, ताकि उन्हें देखकर बच्चे असहज महसूस करने की बजाय आराम से बैठ सकें। इस अवसर पर श्री अविनाश वर्मा क्षेत्राधिकारी टनकपुर, श्री हरपाल सिंह प्रभारी निरीक्षक थाना टनकपुर व पुलिस के अन्य अधिकारी और कर्मचारीगण उपस्थित रहे।