उत्तराखण्ड
हल्द्वानी- छात्र संघ अध्यक्ष का हाईवोलटेज ड्रामा हुआ समाप्त, प्रशासन और पुलिस ने सुलझाया मामला…
Haldwani news हल्द्वानी के एमबीपीजी कॉलेज में दोपहर से कॉलेज की बिल्डिंग की छत पर चढ़ी छात्रसंघ अध्यक्ष रश्मि लमगढ़िया का हाई वोल्टेज ड्रामा कुछ शर्तों के साथ समाप्त हो गया है। एमबीपीजी कॉलेज में कल होने वाले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला सम्मेलन का छात्रसंघ अध्यक्ष रश्मि लमगड़िया समेत अन्य पदाधिकारी विरोध कर रहे थे, विरोध करने वाले छात्रसंघ पदाधिकारियों का कहना है कॉलेज के अंदर राजनीतिक पार्टियों के अनुषांगिक संगठनों के कार्यक्रम होने से कॉलेज के अंदर पढ़ाई का माहौल खराब होगा और यह पद्धति हमेशा के लिए बन जाएगी,
जिसको लेकर प्रशासन पुलिस और कॉलेज प्रबंधन द्वारा रश्मि और उनके अन्य पदाधिकारियों के साथ बातचीत भी की गई, लेकिन विद्यार्थी परिषद को कार्यक्रम करने की अनुमति कॉलेज प्रबंधन द्वारा दी गई थी, ऐसे में छात्रसंघ अध्यक्ष रश्मि अपने अन्य पदाधिकारियों के साथ कॉलेज बिल्डिंग की छत पर चढ़ गई और अपनी बात मनवाने के लिए जिद पर अड़ गई, जिसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, एसपी क्राइम जगदीश चंद्र, एसपी सिटी हरबंस सिंह, सीओ भूपेंद्र धोनी, कोतवाल हरेंद्र चौधरी, बनभूलपुरा थाना एसओ नीरज भाकुनी, काठगोदाम एसओ प्रमोद पाठक, कालाढूंगी एसओ नंदन रावत, चोरगलिया एसओ भगवान महर, एसएसआई विजय मेहता समेत भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गया और रश्मि को समझाने का हर संभव प्रयास किया गया,
लेकिन रश्मि अपनी जिद पर अड़ी हुई थी, लेकिन रश्मि की जिद्द इतनी बड़ी नहीं थी कि जिसके लिए उन्होंने छत पर चढ़कर कई घंटों तक प्रशासन और पुलिस का समय बर्बाद किया। क्योंकि शहर में प्रशासन और पुलिस के पास जनहित से जुड़े कई सारे काम होते हैं, जो कि आज इस ड्रामेबाजी की वजह से नहीं हो पाए, सिटी मजिस्ट्रेट ऑफिस में कई सारे लोग अपने कार्यों को लेकर आए हुए थे, लेकिन उनके काम नही हो सके, लंबी जद्दोजहद प्रशासन, पुलिस और कॉलेज प्रबंधन के द्वारा समझाए जाने के बाद यह निष्कर्ष निकाला गया, कि कल कॉलेज प्रबंधन द्वारा अवकाश घोषित किया गया है, लेकिन विद्यार्थी परिषद के कार्यक्रम को यथावत रखा जाएगा। जिसके बाद रश्मि अपने अन्य पदाधिकारियों के साथ छत से नीचे आई,
उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के बड़े पदाधिकारियों समेत कॉलेज प्रबंधन पर कई सारे गंभीर आरोप लगाए। फिलहाल पुलिस और प्रशासन की सूझबूझ से बेवजाह के हाई वोल्टेज ड्रामा को शांत कराया गया, छात्र संघ से जुड़े पदाधिकारी अपनी बात को मनवाने के लिए पानी की टंकी, बिल्डिंग की छत पर या पेट्रोल की बोतल लेकर अक्सर चढ़ते हैं और कई घटनाएं भी हुई है, जिसमें छात्र संघ के नेताओं को अपनी जान तक गंवानी पड़ी है, लेकिन उनको समझना होगा कि उनकी एक जिद से लोगों का भी नुकसान हो सकता है।