उत्तराखण्ड
यहाँ कोविड में लोगों की जान बचाने वाले तरस रहे वेतन को, वहाँ मूक बनी बैठी है भाजपा सरकार…
कोविड काल के समय में अपनी जान जोखिम में डालकर पॉजिटिव मरीजों का इलाज कर रहे सुशीला तिवारी राजकीय मेडिकल कॉलेज के बीएससी नर्सिंग छात्रों के साथ सरकार अब वादाखिलाफी कर रही है। कोविडकाल के समय देखभाल करने के लिए राज्य सरकार ने बीएससी नर्सिंग के छात्रों को ₹15000 मासिक वेतन देने की बात कही थी, जिसका जीओ भी सरकार ने अप्रैल माह में जारी किया था, लेकिन कोविड को 5 महीने से अधिक का समय हो गया है। अब स्थिति पहले से काफी बेहतर है, लेकिन सरकार नर्सिंग छात्रों को अभी तक वेतन नहीं दे पाई है।
जिसके चलते नर्सिंग के छात्रों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और पूरी तरह से कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है, राजकीय मेडिकल कॉलेज के मुख्य गेट के पास बीएससी नर्सिंग के छात्रों ने आज जमकर प्रदर्शन किया और अपने वेतनमान को जल्द से जल्द देने की मांग की है। छात्रों का कहना है कि उन लोगों ने अपनी जान को जोखिम में डालकर पूरी मेहनत और लगन से कोविड-19 पॉजिटिव मरीजों का इलाज किया। सरकार ने उनको वेतनमान तो दूर की बात कभी भी प्रोत्साहित तक नहीं किया, ऐसे में उन्होंने कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है।
उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द उनको वेतन नहीं दिया गया तो वह लोग सारा काम छोड़ देंगे, वहीं सरकार की नीतियों से तंग आकर छात्र कार्य बहिष्कार पर चले गए हैं, प्रदर्शन करने वाले छात्रों में पिथौरागढ़ नर्सिंग कॉलेज, अल्मोड़ा नर्सिंग कॉलेज और हल्द्वानी नर्सिंग कॉलेज के छात्र हैं, जिनकी संख्या डेढ़ सौ से अधिक है।