उत्तराखण्ड
यहाँ एक डॉक्टर की फीस हो गई 4 लाख, ऐसे कैसे अब ये डॉक्टर बनेंगे साहब ?
अपनी फीस कम करने की मांग को लेकर राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के एमबीबीएस प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्र नैनीताल हाईवे पर सांकेतिक प्रदर्शन करने में लगे हुए हैं। प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में छात्रों से सबसे अधिक फीस वसूली जा रही है। उन्होंने कहा कि इससे पूर्व में राज्य सरकार मेडिकल के छात्रों के साथ बॉन्ड साइन कराती थी, ताकि एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करने के बाद छात्र पहाड़ के दूरदराज क्षेत्र में अपनी सेवा दे सके, जिसकी एवज में छात्र एमबीबीएस की फीस 50 हजार सालाना जमा करते थे।
लेकिन अब राज्य सरकार ने मेडिकल छात्रों को बांड भरना बंद करा दिया है और यह बात कह दी है कि पहाड़ों में डॉक्टरों की कमी अब नहीं है जबकि पहाड़ों पर स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल है। वहीं आए दिन चिकित्सा सुविधा ना मिल पाने के चलते गर्भवती महिलाएं प्रसव के दौरान दम तोड़ देती हैं। ऐसे में सरकार के निर्देशों के बाद राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी की ओर से बिना बॉन्ड भरे छात्रों से हर साल 4 लाख की फीस वसूल रहे हैं।
मेडिकल छात्रों का कहना है कि वह लोग मध्यम परिवारों से आते हैं ऐसे में वह फीस भरने में असमर्थ हैं। उन्होंने सरकार से मांग की है कि उनको देश के अन्य मेडिकल कॉलेजों की तरह सामान्य पेश किया जाए ताकि उनकी पढ़ाई पूरी हो सके। साथ ही छात्रों का कहना है कि देश के अन्य राज्यों में बिना बांड के भी 50 हजार से लेकर 1 लाख तक की फीस वसूली जा रही है जिसे देने में छात्र असमर्थ हो जाते हैं। वहीं फीस की समस्या के चलते अब छात्रों को मजबूत धरना देना पड़ रहा है।