उत्तराखण्ड
यहाँ मौसी ने किशोरी की बांग्लादेश में करवा दी शादी, छुपछुपाकर पड़ोसी के मोबाइल से उत्तराखण्ड में भाई को सुनाई आपबीती…
उत्तराखंड में नाबलिगों की शादी को लेकर खबरें आती रहती है। पिछले कुछ महीनों में पहाड़ और तराई में कई मामले ऐसे मिले थे। जहां नाबलिक किशोरियां दुल्हन बनने वाली थी लेकिन ऐन वक्त पर पुलिस ने उनकी जिंदगी बचाते हुए कई सौदागरों के मंसूबों पर पानी फेर दिया। अब ऐसा ही मामला राज्य से फिर सामने आया है जहां बांग्लादेश में मौसी के यहां रह रही किशोरी की शादी पश्चिम बंगाल के कोलकाता में करा दी गई। लेकिन किशोरी ने बगावत कर दी। किसी तरह उसने उत्तराखंड किच्छा में रहने वाले अपने भाई से संपर्क किया। जिसके बाद भाई ने पुलिस में मामला दर्ज कराया है।
जानकारी के अनुसार ऊधमसिंह नगर के ग्राम चुकटी देवरिया किच्छा निवासी युवक की शादी ग्राम चीतलमारी, जिला बागेरहाट बांगलादेश निवासी फूलमाला के साथ हुई थी। शादी के कुछ साल फूलमाला यही ससुराल में रही। लेकिन करीब 15 साल पहले वह अपनी पांच साल की बेटी को लेकर मायके चली गई। इसके बाद वर्ष 2019 में बेटी की कोलकाता में मौसी ने एक युवक के साथ जबरन शादी कर दी गई। ऐसे में किशोरी ने ससुराल में भी बाल विवाह के खिलाफ बगावत की तो ससुराल के लोग उसका उत्पीडऩ करने लगे।
आये दिन की यातनाओं से तंग आकर किशोरी ने पड़ोसी के मोबाइल फोन से अपने भाई को आपबीती बताई। जिसके बाद भाई ने कोलकाता पहुंचकर बहन को घर लाने का प्रयास किया लेकिन वापस नहीं ला सका। इसके बाद उसने ससुरालियों के खिलाफ केस दर्ज कराया। केस दर्ज होने के बाद पुलिस ने उत्तर 24 परगना के जिला बाल कल्याण समिति के सहयोग से किशोरी को सुकन्या होम कोलकाता में रहने की व्यवस्था कराई।
शुक्रवार को सुकन्या होम की टीम किशोरी को लेकर जिला बाल कल्याण समिति ऊधमसिंह नगर रुद्रपुर पहुंची। इसके बाद सभी दस्तावेजों की जांच के बाद समिति सदस्य अमित श्रीवास्तव ने किशोरी को उसके पिता के हवाले कर दिया। वहीं पिता और भाई से मिलते ही किशोरी के चेहरे पर खुशी दिखी।