उत्तराखण्ड
हल्द्वानी: पूर्व CM हरीश रावत 6 जून को करेंगे थैंक्यू काफल पार्टी
हल्द्वानी: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत एक बार फिर अपनी विशिष्ट शैली और पहाड़ी संस्कृति से जुड़ाव के लिए सुर्खियों में हैं। इस बार वे पहाड़ी फल काफल के बहाने आम जनता से सीधे संवाद स्थापित करने जा रहे हैं।
हरीश रावत आगामी 6 जून को हल्द्वानी में “थैंक्यू काफल पार्टी” का आयोजन कर रहे हैं। यह कार्यक्रम हल्द्वानी के पीलीकोठी स्थित संकल्प बैंक्वेट हॉल में सायं 4 बजे शुरू होगा। पूर्व मुख्यमंत्री का यह प्रयास न केवल पहाड़ी संस्कृति और वन उत्पादों को सम्मान देने का है, बल्कि स्थानीय आजीविका को भी रेखांकित करता है।
इस आयोजन को लेकर तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा करते हुए बताया कि पहले यह पार्टी 5 जून को प्रस्तावित थी, लेकिन कुछ राजनीतिक कारणों से इसे एक दिन आगे बढ़ाना पड़ा।
अपने संदेश में हरीश रावत ने लिखा, “दोस्तों, मैंने प्रकृति की अद्भुत देन काफल को थैंक्यू कहने के लिए अपने हल्द्वानी चैप्टर के दोस्तों के साथ मिलकर यह आयोजन रखा है। इस बार देहरादून में काफल ₹600 प्रति किलो तक बिका और हजारों लोगों के लिए यह डेढ़-दो महीने की आजीविका का आधार बना। अब आगे बेड़ू की बारी है, लेकिन उससे पहले आइए 6 जून को थैंक्यू काफल कहें।”
कार्यक्रम से संबंधित पोस्टर भी हरीश रावत ने जारी किया है, जिसमें हाल ही में चर्चित ऑपरेशन सिंदूर के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली महिला सैन्य अधिकारियों को सेल्यूट किया गया है। यह पोस्टर उनके सामाजिक और राष्ट्रीय सरोकारों की झलक भी देता है।
हरीश रावत हमेशा से काफल, हिशालू, बेड़ू जैसे पर्वतीय फलों के माध्यम से लोगों से जुड़ते रहे हैं। उनके ये आयोजन केवल स्वाद तक सीमित नहीं होते, बल्कि एक गहरी सांस्कृतिक और सामाजिक चेतना का संदेश भी देते हैं।
अपने संदेश में रावत ने हल्द्वानीवासियों से अपील की है कि वे 6 जून को इस आयोजन में भाग लें और “बेड़ु पाको बारमासा, काफल पाको चैता” की धुनों के बीच पहाड़ की समृद्ध परंपरा और उपहारों का सम्मान करें।









