उत्तराखण्ड
हल्द्वानी- सूदखोरी के खिलाफ कमिश्नर दीपक रावत की सख्त कार्रवाई, गिरवी रखी गई कार महिला को दिलाई वापस
हल्द्वानी में आयुक्त/सचिव मुख्यमंत्री दीपक रावत ने सूदखोरी के एक मामले को सुलझाने के लिए सक्रिय भूमिका निभाई। मामला यह था कि संगीता भाकर नामक महिला ने कुछ समय पहले ज्वैलर राजेंद्र सिंह से 15,000 रुपये उधार लिए थे। इस उधार के बदले में, ज्वैलर ने महिला की वैगनआर कार को गिरवी रख लिया था। समझौते के अनुसार, इस धनराशि पर 10% ब्याज तय हुआ था। लेकिन समय पर रकम नहीं चुकाने पर ज्वैलर ने ब्याज की राशि को तीन गुना कर दिया और महिला की कार को वापस देने से इनकार कर दिया। संगीता ने इस समस्या को लेकर कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत के समक्ष अपनी शिकायत दर्ज करवाई। सोमवार को आयुक्त ने अपने कैम्प कार्यालय में दोनों पक्षों को बुलाया और मामले की पूरी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने संगीता को न्याय दिलाने के लिए उचित कदम उठाए। जिसके बाद आयुक्त ने ज्वैलर को निर्देश दिया कि महिला की कार उसे तुरंत लौटाई जाए। साथ ही, आयुक्त ने यह तय किया कि संगीता अब हर महीने 1,000 रुपये की किस्त में शेष राशि का भुगतान करेंगी। ज्वैलर को यह भी चेतावनी दी गई कि यदि वह भविष्य में ऐसे किसी अनुचित कार्य में लिप्त पाए गए, तो उनके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। संगीता भाकर ने अपनी कार वापस मिलने पर आयुक्त का आभार व्यक्त किया। यह मामला एक मिसाल है कि प्रशासनिक अधिकारी जब जनता की समस्याओं को गंभीरता से लेते हैं और न्याय के लिए तत्पर रहते हैं, तो इसका समाज पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। आयुक्त दीपक रावत की यह कार्रवाई न केवल प्रभावित पक्ष को राहत देती है, बल्कि भविष्य में सूदखोरी के मामलों को रोकने के लिए भी एक कड़ा संदेश देती है।