उत्तराखण्ड
हल्द्वानी: स्मार्ट मीटर विवाद पर विद्युत विभाग ने बताए स्मार्ट मीटर के फायदे

रामनगर: स्मार्ट मीटर लगाने को लेकर उपजे विवाद में पूर्व विधायक रणजीत रावत ने अपने समर्थकों के साथ सड़कों पर उतरकर स्मार्ट मीटरों को तोड़ दिया। इस घटनाक्रम के बाद आज विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता नवीन मिश्रा ने प्रेस वार्ता कर स्थिति स्पष्ट की।
अधीक्षण अभियंता नवीन मिश्रा ने बताया कि स्मार्ट मीटर से उपभोक्ताओं को कोई नुकसान नहीं है। उन्होंने कहा, “आज का समय एडवांस तकनीक का है और हमें इसे अपनाने की जरूरत है। कुछ लोग जनता में स्मार्ट मीटर को लेकर भ्रम फैला रहे हैं, जो पूरी तरह गलत है।”
उन्होंने अपील की कि यदि किसी को स्मार्ट मीटर को लेकर कोई शंका है, तो वह सीधे बिजली विभाग से संपर्क करें। मिश्रा ने बताया कि स्मार्ट मीटर देशभर में लगाए जा रहे हैं और अधिकतर स्थानों पर इसका सकारात्मक रिस्पॉन्स मिला है।
उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि स्मार्ट मीटर से बिजली के बिल में कोई अनावश्यक बढ़ोतरी नहीं होगी और उपभोक्ताओं को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। उत्तराखंड में जून 2026 तक सभी उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर से जोड़ने का लक्ष्य है, जिसे विभाग समय पर पूरा करेगा।







