उत्तराखण्ड
हल्द्वानी: क्लैट 2026 में ऐतिहासिक सफलता: अरव टिक्कू ने हासिल की ऑल इंडिया रैंक 10, बने उत्तराखंड टॉपर
हल्द्वानी: उत्तराखंड के लिए यह गर्व और गौरव का क्षण है। दीक्षान्त इंटरनेशनल स्कूल में कक्षा 12 के छात्र अरव टिक्कू ने क्लैट 2026 (कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट) में ऑल इंडिया रैंक 10 हासिल कर न केवल प्रदेश बल्कि पूरे देश में अपनी प्रतिभा का परचम लहराया है। इस शानदार उपलब्धि के साथ अरव उत्तराखंड टॉपर भी बने हैं।
क्लैट देश की सबसे प्रतिष्ठित राष्ट्रीय विधि प्रवेश परीक्षा मानी जाती है, जिसके माध्यम से भारत की शीर्ष नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीज़ (NLUs) में प्रवेश मिलता है। न्याय, संविधान, विधिक तर्क, समसामयिक घटनाओं और अंग्रेज़ी दक्षता पर आधारित यह परीक्षा कानून के क्षेत्र में करियर बनाने का सबसे सशक्त द्वार मानी जाती है। क्लैट में उत्कृष्ट रैंक का अर्थ है—देश की सर्वश्रेष्ठ कानूनी शिक्षा तक सीधी पहुँच।
अनुशासन और रणनीति बनी सफलता की कुंजी
अरव की इस सफलता के पीछे उनकी अनुशासित दिनचर्या और निरंतर परिश्रम रहा। क्लैट की तैयारी के दौरान समाचार पत्रों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही। अरव प्रतिदिन सुबह उठकर लगभग दो घंटे समाचार पत्रों का गहन अध्ययन करते थे। इससे उन्हें समसामयिक घटनाओं, संवैधानिक मुद्दों, अंतरराष्ट्रीय संबंधों और संपादकीय विश्लेषण की गहरी समझ विकसित करने में मदद मिली—जो क्लैट जैसी प्रतियोगी परीक्षा में निर्णायक सिद्ध हुई।
NLSIU बेंगलुरु में सुनिश्चित प्रवेश
इस उत्कृष्ट रैंक के साथ अरव का चयन “हार्वर्ड ऑफ द ईस्ट” के नाम से प्रसिद्ध नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी (NLSIU), बेंगलुरु में सुनिश्चित हो गया है। NLSIU बेंगलुरु देश का सर्वोच्च विधि संस्थान माना जाता है, जहाँ से पढ़कर निकले विद्यार्थी न्यायपालिका, प्रशासन, कॉर्पोरेट लॉ और अकादमिक जगत में देश का नेतृत्व कर रहे हैं।
युवाओं के लिए प्रेरणा
अरव टिक्कू की यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ी के छात्रों के लिए एक मजबूत प्रेरणा है। यह सिद्ध करती है कि सही रणनीति, नियमित अध्ययन और समाचार पत्रों जैसे बुनियादी संसाधनों का प्रभावी उपयोग किसी भी बड़े लक्ष्य को हासिल करने में अहम भूमिका निभा सकता है।





