उत्तराखण्ड
हल्द्वानी- दीक्षांत इंटरनेशनल स्कूल में अद्भुत रामायण और दिवाली हाट की धूम
वाल्मीकि ने दिशा दिखाई रामायण के सार को, सूर्यवंश ने जन्म दिया जब विष्णु के अवतार को। जैसा कि सर्व विदित है, भगवान विष्णु के सातवें अवतार श्रीराम कर्तव्य और नैतिक अखंडता के प्रति अटूट समर्पण का प्रदर्शन करते हैं। धार्मिक सीमाओं को पार करते हुए नेक आचरण के सार्वभौमिक प्रतीक के रूप में राम की कालातीत कहानी लाखों लोगों को प्रेरित करती है। दीक्षांत इंटरनेशनल स्कूल में कक्षा एक से पाँचवी तक के होनहार विद्यार्थियों द्वारा अद्भुत रामायणम् का पवित्र मंचन किया गया और विद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा दिवाली हाट का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिवेन्द्र चंद्र त्रिपाठी (संयुक्त आईएफए वित्तीय सलाहकार) मंचासीन रहे । कार्यक्रम में अभिभावक गण, विद्यालय के प्रबंधक समित टिक्कू, शैक्षणिक प्रबंधक स्मृति टिक्कू, विद्यालय के प्रधानाचार्य रूपक पांडे, प्रधानाचार्या प्रभलीन कौर (कनिष्क शाखा) समस्त समन्वयिकाएं, शिक्षक समूह व विद्यार्थी उपस्थित रहे ।कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों व विद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा माँ सरस्वती का वंदन करते हुए द्वीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। तत्पश्चात शैक्षिक प्रबंधिका स्मृति टिक्कू ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए अद्भुत रामायणम् के मुख्य उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए कहा कि रामायण से आज के विद्यार्थियों को जीवन जीने की कला सीखनी चाहिए और साथ ही ये भी सीखना चाहिए कि उन्हें किस परिस्थिति में कैसा व्यवहार करना चाहिए।विद्यालय के प्रबंधक समित टिक्कू, शैक्षणिक प्रबंधिका स्मृति टिक्कू, प्रधानाचार्य रूपक पांडे , प्रधानाचार्या प्रभलीन कौर (कनिष्क शाखा) एवं समस्त समन्वयिकाओं ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिह्न प्रदान कर उनका स्वागत किया ।नन्हे मुन्ने बच्चों ने अपनी भव्य प्रस्तुति देकर अतिथियों एवं अभिभावकों की खूब वाह-वाही लूटी। उन्होंने अपनी प्रस्तुति के माध्यम से बताया कि बुराई चाहे कितनी भी शक्तिशाली क्यों न हो, अंत में अच्छाई की ही जीत होती है, हमें मर्यादा में रहना चाहिए और अनुशासन का पालन करना चाहिए, नारी का सम्मान करना चाहिए और एक सच्चे नेता को आदर्शों का पालन करना चाहिए और अपने कर्तव्यों के लिए प्रतिबद्ध रहना चाहिए। मुख्य अतिथि ने अपने भाषण में अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि दीक्षांत परिवार ने रामायण का मंचन करके विद्यार्थियों में मर्यादा पुरुषोत्तम राम के चरित्र का जो बीज बोया है उस वृक्ष को और घना बनाना सभी माता-पिता का भी कर्तव्य है। साथ ही उन्होंने इतनी कम उम्र में बच्चों द्वारा शानदार प्रस्तुति पर उनके उज्ज्वल भविष्य हेतु शुभकामनाएँ दी। विद्यालय प्रबंधक श्रीमान समित टिक्कू ने मुख्य अतिथि द्वारा विद्यालय हेतु निकाले गए बहुमूल्य समय हेतु धन्यवाद ज्ञापन किया और भगवान राम के चरित्र की प्रासंगिकता पर प्रकाश डालते हुए विद्यार्थियों का मार्गदर्शन कर उन्हें एक बेहतर इंसान बनने की प्रेरणा दी। अंत में प्रधानाचार्य रूपक पांडे एवं प्रधानाचार्य प्रभलीन कौर (कनिष्क शाखा नवाबी रोड) के धन्यवाद भाषण के साथ इस कार्यक्रम का समापन हुआ।