उत्तराखण्ड
यहां डायलिसिस होने के बाद युवक ने गवाई जान, स्वास्थ्य विभाग के दावों की खुली पोल, कांग्रेस ने किया विरोध।
प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर करने के लाख दावे तो जरूर किए जाते हैं। लेकिन उनके दावों की पोल कुमाऊं के सबसे बड़े शहर हल्द्वानी में खुलती नजर आ रही हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा एक बार मानवता फिर से शर्मसार की गई है, बेस हॉस्पिटल में डायलिसिस करवाने के थोड़ी देर बाद सितारगंज के रहने वाले कमल मंडल की तबीयत बिगड़ गई।
बेस हॉस्पिटल के मुख्य गेट के पास उनकी मौत हो गई, लेकिन डायलिसिस विभाग व बेस हॉस्पिटल के किसी कर्मचारी ने उनको वहां से उठाने की जहमत नहीं उठाई। वहीं इसकी सूचना जब कांग्रेस के जिला महामंत्री हेमंत साहू को मिली, वह घटनास्थल पर पहुंचकर सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह को इस संबंध में जानकारी दी गई।
साथ ही इसमें उचित कार्रवाई की मांग करते हुए बेस हॉस्पिटल के पास प्रदर्शन करते हुए, डायलिसिस की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त करने की मांग की गई। साथ ही डायलिसिस करने वाले कंपनी के टेंडर को तत्काल निरस्त करने की भी मांग की, वही सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह ने बताया कि उनके द्वारा सीएमओ नैनीताल से उचित कार्यवाई व निष्पक्ष जांच की बात कही है।