उत्तराखण्ड
कुछ यूं रेवड़ियों की तरह बटे पद, मेहनतकशो के साथ खास, भी लिस्ट में…
जहां आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर एक तरफ कांग्रेस चुनावी रण के लिए तैयार, वही दूसरी तरफ युवाओं में जान फूंकने के लिए पदाधिकारियों की लंबी-चौड़ी लिस्ट यूथ कांग्रेस ने जारी की है, जिसमे मेहनतकश के साथ-साथ खास भी शामिल हैं।
यूथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर द्वारा प्रदेश में रेवड़ियों की तरह पद बाटें हैं, जिसमें 21 प्रदेश महासचिव, दो उपाध्यक्ष, 35 सचिव व 16 संयुक्त सचिव बनाएं गए हैं। लोगों की सिफारिश अध्यक्ष को इसलिए भी सुननी पड़ रही है क्योंकि वह खुद ही सिफारिश से ही प्रदेश अध्यक्ष बना है। राजनीतिक गणित कुछ इस तरह फिट की गई कि चुनाव में चुने हुए प्रदेश अध्यक्ष विक्रम रावत को हटाकर सुमित्तर भुल्लर को कमान दे दी गई।
काबिल युवाओं को पद देना तो हर संगठन की मजबूरी इसलिए भी होती है क्योंकि वह जमीन स्तर पर काम करता है, पर जिनकी बुनियाद ही चापलूसी और आधारहीन हो उन्हें भी भारी भरकम पदों के साथ नवाजा गया है।
फिलहाल अभी तो यूथ कांग्रेस को संगठित कर आगामी विधानसभा चुनाव के लिए तैयार किया जा रहा है। प्रदेश अध्यक्ष को अपनी विधायकी लड़ने से ज्यादा आगामी चुनाव को लेकर राज्य की हर विधानसभा स्तर तक भ्रमण एवं सरकार की जन विरोधी नीतियों पर काम करना चाहिए।
हवा-हवाई पदाधिकारियों को अभी से अहम जिम्मेदारी देनी चाहिए। भाजपा संगठनात्मक रूप की बात करें तो कांग्रेस से कई गुना मजबूत है, उसकी असल वजह ही जमीनी स्तर पर काम करना व पार्टी के प्रति ईमानदार होना है।
प्रदेश में कांग्रेस चुनाव में ही एक्टिव मोड पर दिखती है दूसरी तरफ भाजपा हमेसा एक्टिव मोड पर नज़र आती है। इसीलिए काबिल लोगों को आगे लाना बहुत जरूरी है, ताकि जिससे संगठन मजबूत हो सके।