उत्तराखण्ड
भाजपा में क्यों होने लगी बगावत, क्या दबाव की राजनीति के तहत दिए जा रहें हैं इस्तीफ़े…
हल्द्वानी भाजपा में इन दिनों पदाधिकारियों के इस्तीफे और अपने शीर्ष नेतृत्व पर दबाव बनाने की राजनीति जोरों पर है, वह अलग बात है कि जिन्होंने इस्तीफे दिए है, उनका यह स्तर भी नहीं की बहस का मुद्दा बनाया जाए। बीते दिन और शनिवार को हल्द्वानी भाजपा उत्तरी मंडल के मंडल अध्यक्ष से लेकर महिला मोर्चा के पदाधिकारियों ने इस्तीफा दिया है।
उनके इस्तीफे देने के पीछे दबाव की राजनीति है। वह दबाव बनाकर अपने लोगों को संगठन में अहम पद देने की मांग कर रहे हैं, लेकिन पार्टी का नेतृत्व उनके दबाव के आगे नहीं झुका है। हाल ही में हल्द्वानी भाजपा उत्तरी मंडल के अध्यक्ष नवीन पंत समेत कई पदाधिकारियों ने दबाव बनाने के लिए अपना इस्तीफा पार्टी को सौंप दिया था।
वही शनिवार को महिला मोर्चा उत्तरी मंडल की अध्यक्ष समेत अन्य पदाधिकारियों ने भी इस्तीफा सौंप दिया है, बताया जा रहा है कि सभी पदाधिकारी मिलकर पार्टी जिलाध्यक्ष समेत प्रदेश नेतृत्व के ऊपर अपना दबाव बनाकर बीते दिनों हटाए गए मंडल महामंत्री को दोबारा से पद में शामिल करने की मांग कर रहे हैं।
विधानसभा चुनाव के ठीक पहले पार्टी पदाधिकारियों का शीर्ष नेतृत्व पर इससे दबाव बनाना पार्टी के लिए भी नुकसान करेगा और वह खुद की राजनीति को भी समाप्त कर सकते हैं। इस्तीफा देने वाले अध्यक्ष द्वारा पूरी भूमिका तैयार की गई है, जिसके तहत शनिवार को महिला मोर्चा पदाधिकारियों से भी इस्तीफ़ा दिलवाया गया है। जिसमें इस्तीफा देने वाला अध्यक्ष भी एक मोहरा है, क्योंकि बिना आका के आज्ञा बिना समझो वह कुछ नहीं कर सकता है। समय आने पर परते धीरे-धीरे खुलती जाएंगी… मोहरे और आकाओं के भी नकाब हटेंगे।