उत्तराखण्ड
पूर्व सीएम त्रिवेन्द्र से आख़िर क्यों दूरियां बनाने लगे भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता…
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र इन दिनों हल्द्वानी दौरे पर है। भाजपा हाईकमान ने तो उन्हें मुख्यमंत्री पद से क्या हटाया कि उन्हें हल्द्वानी में कार्यकर्ता भी दूरबीन से ढूढने पड़ रहें हैं।
सत्ता हाथ से जाने के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत से कार्यकर्ताओ ने दूरियां बनानी शुरू कर दी हैं। यह पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत द्वारा किये गए कारनामों का फल ही मालूम पड़ता है, जिन्होंने उनका विरोध किया चाहे वह भाजपा कार्यकर्ता हो या फिर कलम के सिपाही उन्होंने सब जेल भेजने का काम किया।
जो किया उसका फल भी तो यही मिलने वाला है… अभी तो कई मामले हैं, कुछ न्यायालय में विचाराधीन तो कुछ कई लोगो के जहन में, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के साथ पार्टी कार्यकर्ता और पदाधिकारियों की दूरियां बहुत कुछ संदेश दे जाती है।
बुधवार को एक कार्यक्रम के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के साथ संगठन के बड़े पदाधिकारी व कोई भी विधायक नहीं दिखाई दिए, सिर्फ उनसे लाभ लेने वाले नेता ही उनके पास दिखाई दिए, इस तरह के वाक्यों से अनुमान लगाया जा सकता है कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के साथ बड़े नेता और पदाधिकारी धीरे-धीरे कन्नी काटते नजर आ रहे हैं।
त्रिवेंद्र रावत का पूर्व निर्धारित कार्यक्रम होने के बावजूद, बड़े नेताओं वह विधायकों का नदारद होना भी यही जताता है त्रिवेन्द्र की वास्तविकता क्या है। आज यानी गुरूवार को पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र द्वारा स्व. इन्दिरा ह्रदयेश के पीपल पानी में उनके आवास पर श्रद्धांजलि देने जाने का कार्यक्रम है।