उत्तराखण्ड
गजब: हर घर उत्तराखंड सरकार ने बिना लाइन के लगा दिये नल, लोग टकटकी लगाये देखे है अब नल में कब टपकेगा जल…
आपकों उत्तराखंड सरकार की हर घर नल योजना याद तो है ना। बस उसी की बात हम आज कर रहे है। जिसे पढक़र आपभी चकरा जायेंगे। प्रदेश की भाजपा सरकार ने हर घर नल हर घर जल को लेकर मात्र 1 रूपये मेंं पानी का कनेक्शन देने की बात कही थी। पर जनाब ये तो बताये कि क्या बिना पेयजल लाइन के हर घर जल पहुंच जायेगा। आप भी कहेंगे कैसी खबर है।
खबर बिल्कुल सही है। भाजपा सरकार ने इस योजना के तहत सिर्फ हर घर में नल लगा दिये वो भी बिना पेयजल लाइन के। कई गांव ऐसे है जहां इस योजना के अंतर्गत घर में नल लगा है लेकिन हैरानी तो तब होती है जब यह पता चलता है कि उस गांव में पेयजल की कोर्ई लाइन ही नहीं है। यानी हर घर के आंगन में बिना पानी के नल लग चुका है। यह कारनामा उत्तराखंड जल निगम का है।
अब गांव वाले नलों से पानी के टपकने का इंतजार कर रहे है। ऐसी का मुुसीबत टूट पड़ी कि आपने बिना पेयजल लाइन के लोगों के घरों में नल लगा दिये। यहीं खबर आज राजधानी से प्रकाशित एक दैनिक अखबार में भी छपी है। आलम यह है कि जल निगम के पास नल में जल कैसे आयेगा इसका कोई जवाब नहीं है। वहीं पेयजल मंत्री कहते है कि जहां बिना योजना के नल लग गए हैं, वहां की योजनाओं के लिए अब बजट दिया जा रहा है। आंकड़ों की माने तो राज्य में करीब 6.77 लाख घरों में नल लगाए जा चुके हैं। लेकिन कई ऐसे गांव है जहां नल लग गये लेकिन जल टपकने की आस में लोग नल पर टकटकी लगाये है।
राजधानी देहरादून के कालसी ब्लॉक के निवासी दीवान सिंह तोमर बताते है कि धीरोग, सूरयू, देहू, डांडा, बेसऊ, बोहा, बोहारखेड़ा समेत कई ऐसे गांव है, जहां उत्तराखंड सरकार का नल तो पहुंच चुका है लेकिन जल दूर-दूर तक दिखाई नहीं दे रहा है। पौड़ी जिले का भी यहीं हाल है। यहां द्वारीखाल के ब्लॉक प्रमुख महेंद्र सिंह राणा बताते है कि पाली डब, पाली, क्यार, सुराड़ी, चैलूसैंण, सिमल्थालयूर, मथगांव, विरमोली, नैल, रैस, कर्थो सिलोगी, मस्ट, मस्टरखाल में कनेक्शन लगा दिए गए हैं। पर हाल वहीं है जो आप अभी तक की खबर में पढ़ते आ रहे है।
जब हाल ऐसे हो तो क्या अपना कुमाऊं पीछे रहेगा। यहां भी पिथौरागढ़ जिले के हाल बेहाल है। विगत दिनों पिथौरागढ़ के रिटायर्ड पुलिस अधिकारी हरीश मेहरा सोशल मीडिया में फोटो के साथ पोस्ट डाली कि जल जीवन मिशन के तहत उनके गांव में कनेक्शन तो लग गए। लेकिन गांव में पानी की योजना का अता-पता नहीं है। इस योजना के तह सरकार का 15.18 लाख घरों में कनेक्शन देने का लक्ष्य है। लेकिन जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल योजना में उल्टी गंगा बह रही है। पहले नल लो फिर जल लो।