उत्तराखण्ड
आख़िर किस बात पर अड़े ‘हरदा’… क्या चाहतें हैं इन्दिरा और प्रीतम…
प्रदेश के सियासी गलियारों में विधानसभा चुनाव की हलचल शुरू हो गई है। भाजपा और कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी अब मैदान में उतरने का मन बना चुकी है। बात कांग्रेस की करें तो जितिन प्रसाद के भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस दबाव में दिखने लगी है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को चुनाव संचालन समिति का अध्यक्ष बनाने बात सामने आ रही थी, अब उत्तराखण्ड कांग्रेस में एक नया मोड़ आया है, जिसमें अब हरीश रावत द्वारा यह प्रस्ताव रखा गया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करवाया जाए, यह लगभग एक हफ्ते पहले दिल्ली में हुई बैठक में प्रस्ताव रखा गया था। सूत्रों की माने तो बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, नेता प्रतिपक्ष इन्दिरा ह्रदयेश और प्रदेश प्रभारी देवेन्द्र यादव मौजूद थे, प्रदेश प्रभारी द्वारा यह बैठक आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर ली गई थी, जिसमें प्रीतम सिंह और इन्दिरा ह्रदयेश द्वारा यह कहा गया चुनाव एक जुटता के साथ लड़ा जाए, फिर भविष्य में आला हाईकमान का निर्णय सर्वमान्य होगा। जबकि हरीश रावत मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करवाने को लेकर अड़े रहे। हरीश रावत ने ये भी कहा कि मुझे ही नही, किसी का भी चेहरा घोषित कर सकते हैं, हरीश रावत यह भी जानते हैं कि वर्तमान समय में उनके अलावा कोई बड़ा चेहरा उत्तराखण्ड में नहीं है। फिलहाल बैठक का कोई निर्णय नहीं निकल पाया।