उत्तराखण्ड
कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा को विफल करने में जुटा कौन, ‘हरदा’ की स्याही में तेज़ाब मिलाने वाली पोस्ट से हुई खलबली।
कांग्रेस की तीन सितंबर यानी आज से शुरू हो रही परिवर्तन यात्रा को लेकर चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कार्यक्रम के दौरान किसी बड़ी घटना होने की आशंका जताई है। अपने फेसबुक पोस्ट के माध्यम से हरीश रावत ने कहा कि उनको दो विश्वसनीय सूत्रों से यह जानकारी मिली है की परिवर्तन यात्रा के कार्यक्रम के दौरान कुछ लोगों द्वारा राजनैतिक प्रतिद्वंद्वी के ऊपर छात्रों को उकसा कर या कुछ लोगों को मोटिवेट करके, उनके जरिए स्याही फेंकने की योजना बनाई गई है। कांग्रेस के नेताओं की यात्रा में किसी एक बड़े कांग्रेस के नेता को चिन्हित कर स्याही में तेजाब मिलाकर चेहरे में फेंकने का षड्यंत्र रचा गया है।
हरीश रावत का कहना है कि यदि ऐसा होता है तो उत्तराखंड की राजनीति के लिए कलंक पूर्ण अध्याय होगा, उन्होंने यह भी कहा कि उस राजनीतिक दल का सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है, कि कौन राजनीतिक दल है, हरीश रावत को इस संबंध में दो विश्वसनीय सूत्रों से सूचना मिली है। जिसको उन्होंने थाने प्रशासन के साथ ही पुलिस के आला अधिकारियों को इसकी सूचना दे दी है।
पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत द्वारा अपनी फेसबुक पोस्ट पर कुछ इस तरह लिखा गया है। अभी-अभी मुझे दो सूत्रों से सूचना मिली है, जो चिंताजनक है। #राजनीति में प्रतिद्वंदिता हो, स्वस्थ प्रतिद्वंदिता हो, वैचारिक प्रतिद्वंदिता हो, कर्म करने की प्रतिद्वंदिता हो, मगर यदि आप अपने राजनैतिक प्रतिद्वंदी के ऊपर छात्रों को उकसा करके या कुछ लोगों को मोटिवेट करके, उनके जरिए स्याही में तेजाब मिलाकर #कांग्रेस के नेताओं की यात्रा में किसी एक व्यक्ति को चिन्हित करके फेंकना चाहेंगे तो ये #उत्तराखंड की राजनीति के लिए कलंक पूर्ण अध्याय होगा और यदि ऐसा होता है तो उस राजनैतिक दल का सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि कौन राजनैतिक दल है! तो इसलिए सूचना मिलते ही मैं इसको सभी जिसमें प्रशासनिक एजेंसीज भी सम्मिलित हैं, पुलिस भी सम्मिलित है और राजनैतिक दल भी सम्मिलित हैं, उनके साथ साझा कर रहा हूंँ। मेरी, #माँ_पूर्णागिरि से प्रार्थना है कि ऐसा न हो, यह एक केवल आशंका मात्र हो और उसके आधार पर यह सूचना मुझ तक पहुंची हो, मगर यदि ऐसा कोई प्रयास होता है तो यह उत्तराखंड की राजनीति का बड़ा ही दुखद अध्याय होगा, एक बड़ा ही निंदनीय प्रयास होगा।