उत्तराखण्ड
उत्तराखंड- नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सदन में सरकार को घेरने की बनाई योजना, चिंतन शिविर पर भी उठाए सवाल
29 नवंबर से शुरू हो रहे विधानसभा सत्र में विपक्ष सरकार को घेरने की रणनीति बनाने में जुटा हुआ है, हल्द्वानी में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा विधानसभा सत्र से पहले कांग्रेस विधानमंडल दल की बैठक होगी, जिसमें सदन के अंदर सरकार को किन प्रश्नों पर घेरना है, उसको लेकर चर्चा की जाएगी, लेकिन यह स्पष्ट है प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था, महिला अपराधों के मामलों में हो रही बढ़ोतरी के साथ ही uksssc भर्ती घोटाले में सीबीआई की जांच हाईकोर्ट के न्यायाधीश के अधीन हो, सल्ट में अंतर जाति विवाह करने पर दलित युवक जगदीश की हुई हत्या,
उत्तरकाशी में दलित युवती के साथ हुए बलात्कार के साथ ही पौड़ी जनपद में होटल में काम करने वाली युवती की हत्या समेत कई अन्य महत्वपूर्ण विषय पर सरकार को सदन में घेरने का काम किया जाएगा। वहीं राज्य सरकार द्वारा मसूरी में तीन दिवसीय चिंतन शिविर पर भी नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सवाल खड़े किए हैं, उन्होंने कहा कि राज्य की अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चौपट है, राज्य के ऊपर हजारों करोड़ कर्ज का बोझ है।
यहां पर संसाधनों की काफी कमी है, सरकारी विभागों में बजट की कोई व्यवस्था नहीं है, राज्य के अंदर आय कैसे बड़े, उत्पादन क्षमता कैसे बड़े, इस पर कोई भी विचार नहीं किया जा रहा है। राज्य गठन के समय उत्तराखंड को ऊर्जा प्रदेश के रूप में जाना जाता था, लेकिन आज हालात काफी खराब है। पर्यटन के क्षेत्र में भी सरकार को बेहतर कार्य नहीं कर पा रही है, जबकि पर्यटन से भी सरकार काफी आय एकत्र कर सकती है। प्राकृतिक आपदा से हर वर्ष के राज्य जूझता है, आपदा को लेकर सरकार के पास नीति स्पष्ट नहीं है, ऐसे में चिंतन शिविर का कोई भी उद्देश्य स्पष्ट नहीं हो रहा है, जिन संसाधनों से हमारे राज्य में आय की वृद्धि हो उस पर जनता से चर्चा किए जाने की जरूरत है।